Thailand-Cambodia Conflict: भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी सीमा विवाद के दौरान एक हिंदू देवता की प्रतिमा को तोड़े जाने की खबरों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। भारत ने दोनों देशों से सैन्य संघर्ष का रास्ता छोड़कर कूटनीति और बातचीत की मेज पर लौटने का आग्रह किया है।
साझी विरासत को पहुंचा नुकसान भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, हमने विवादित सीमा क्षेत्र में हिंदू देवता की प्रतिमा को तोड़े जाने की कुछ रिपोर्ट देखी हैं। इस घटना से पूरे क्षेत्र में रहने वाले हिंदू और बौद्ध श्रद्धालु अत्यंत आहत हैं। यह क्षेत्र हमारी साझी विरासत का हिस्सा है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि क्षेत्रीय दावों के बावजूद, इस तरह के अपमानजनक कृत्य दुनिया भर के लाखों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए। भारत ने शांति बनाए रखने, जनहानि को रोकने और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
सीमा पर तनाव बरकरार
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हालिया कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद दोनों देशों के बीच सीमा पर संघर्ष जारी है। थाई मीडिया के मुताबिक, सिसाकेत (Sisaket) और सुरीन (Surin) क्षेत्रों में हुए हमलों के बाद थाईलैंड की सेना ने कंबोडिया के बीएम-21 रॉकेट हमलों का जवाब आर्टिलरी, टैंक और ड्रोन से दिया। इन हमलों में एक सैनिक के घायल होने के बाद थाई सेना ने कंबोडिया के 19 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया है।
दूसरी ओर, कंबोडिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय का आरोप है कि थाई सेना ने उत्तर-पश्चिमी सीमावर्ती प्रांत बट्टमबांग (Battambang) के बानान जिले में हवाई हमले किए, जिसमें नागरिक आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। कंबोडिया के शिक्षा मंत्रालय ने भी एक वीडियो साझा किया है, जिसमें एक स्कूल में हवाई हमले के दौरान छात्रों के बीच अफरा-तफरी का माहौल दिखाई दे रहा है। इसके अतिरिक्त, बंतेय मींचेय (Banteay Meanchey) प्रांत में थाई गोलाबारी के कारण दो नागरिकों के घायल होने की भी सूचना मिली है।



(@RealBababanaras)