सलूंबर जिले के झल्लारा थाना क्षेत्र में आधी रात को एक घर में जबरन घुसकर मारपीट, ईंट-पत्थर बरसाने और तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है। जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार यादव के निर्देशों पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन चावला और उप अधीक्षक वृत सलूंबर हेरम्ब जोशी के सुपरविजन में थानाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह वाघेला और उनकी टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल दबिश दी और आरोपियों को पकड़ा। प्रार्थी के अनुसार, उसका हरीश मीणा से पुराना विवाद चल रहा है, जो उसे लंबे समय से जान से मारने की धमकियां दे रहा था। घटना वाली रात, सगाई से लौटते समय रात 11 बजे जाम्बु बस स्टैंड पर हरीश और उसके साथी रास्ता रोककर मारपीट करने को तैयार खड़े मिले। पुलिस को फोन करने पर वे वहां से हट गए। हालांकि, थोड़ी देर बाद सभी आरोपी एक राय होकर प्रार्थी के घर पहुंच गए। उन्होंने आंगन में जबरन घुसकर ईंटें फेंकी, जिससे हिरकी पत्नी भैरा मीणा और कंकु पत्नी मोतीलाल मीणा घायल हो गईं। आरोपियों ने घर का मुख्य दरवाजा तोड़ दिया और बर्तन व टाइलें भी क्षतिग्रस्त कर दीं, जिससे घर का सामान बर्बाद हो गया। इसके अलावा, बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलों को भी तोड़ दिया गया। इस पूरी घटना में करीब 1.5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। जाते समय आरोपियों ने फिर से जान से मारने की धमकी दी। थाना झल्लारा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर हुरजी पिता कानजी मीणा (50 वर्ष), रतना पिता कानजी मीणा (45 वर्ष) और रमेश पिता अणदा मीणा (30 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। इन सभी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में थानाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह वाघेला के साथ सउनि जुलेदार खां, हैडकॉन्स्टेबल भरत कुमार, मणिलाल और कानि यशपाल सिंह शामिल थे।


