ललितपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी और जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी और उसके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित भूपेन्द्र तिवारी की मुलाकात करीब तीन वर्ष पूर्व सत्यभान यादव उर्फ गोलू से हुई थी। आरोपी सत्यभान, जो जखौरा के करमुहारा गांव का निवासी है और वर्तमान में आजादपुरा में रहता है, अपने प्रभावशाली संबंधों का हवाला देकर सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने का दावा करता था। भूपेन्द्र तिवारी उसकी बातों में आ गए और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, जिला मेडिकल कॉलेज में नौकरी लगवाने के लिए सहमति दी। आरोप है कि 10 लाख रुपये में 60 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन वाली नौकरी दिलाने का सौदा तय हुआ था। इस सौदे के तहत, फरवरी 2023 में जिला पंचायत कार्यालय के सामने आरोपी को दस्तावेजों की छायाप्रति के साथ 3.50 लाख रुपये नकद दिए गए। इसके बाद, अलग-अलग तारीखों पर चेक और ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से आरोपी और उसके साथियों ने कुल 7.50 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित के अनुसार, नवंबर 2025 में जब उन्होंने नौकरी के संबंध में जानकारी मांगी, तो आरोपी ने 3 लाख रुपये और मांगे। पैसे न देने पर उसने फर्जी सुसाइड नोट लिखकर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। 2 नवंबर 2025 को गुलदीन महाविद्यालय के पास आरोपी और उसके अज्ञात साथियों ने भूपेन्द्र तिवारी को रोका। उन्होंने कनपटी पर तमंचा लगाकर 3 लाख रुपये की मांग की और डराकर उनकी जेब से 20 हजार रुपये छीन लिए। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए बकाया रकम जल्द देने को कहा। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी एक संगठित गिरोह के रूप में यूपी कॉप ऐप के माध्यम से एफआईआर निकालने और अपराधियों को बचाने के नाम पर भी लोगों से पैसे ऐंठता है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।


