हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कनाडा जाने के सपने बुन रहे किसान परिवार को उसके मामा की बेटी ने ही ठग लिया। कनाडा गई महिला ने 2 पार्टनर के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया। रिश्तेदार से वीजा प्रोसेसिंग के नाम पर 9 लाख रुपए लेकर 3 साल तक उसका वीजा नहीं लगवाया। गोविंद माजरा के रहने गुरविंदर सिंह ने बताया कि राधा-स्वामी कॉलोनी कैथल की उसकी ममेरी बहन चरणजीत कौर ने कनाडा से फोन कर वीजा लगवाने का लालच दिया। उसने खुद को वीजा एक्सपर्ट बताते हुए उसे अपने 2 पार्टनर करण निवासी कुरुक्षेत्र और अतुल निवासी सीवन जिला कैथल के पास भेज दिया। 40 लाख रुपए मांगे आरोपी करण और अतुल ने उसे पत्नी और बेटी समेत कनाडा का वीजा दिलाने के लिए 40 लाख रुपए मांंगे। बात तय होने पर उन्होंने 9 लाख रुपए एडवांस जमा कराने की मांग की। बकाया राशि वीजा जारी होने के बाद चुकानी थी। चरणजीत कौर ने पैसे और वीजा लगवाने की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए जल्दी काम करवाने का आश्वासन दिया। 9 लाख रुपए दिए 28 अप्रैल 2023 को उसके पिता ने 5 लाख रुपए करण व अतुल को सौंप दिए। साथ ही वीजा के लिए डॉक्यूमेंट भी दिए, लेकिन आरोपियों ने उसका कोई काम नहीं किया। कुछ दिनों बाद उसने चरणजीत कौर से पूछा तो 4 लाख रुपए और मांगे। तब उसने 4 लाख रुपए आरोपी करण और अतुल को दिए। नहीं लगवाया वीजा पैसे देने के बाद आरोपी ने 3 महीनों में वीजा जारी होने का वादा किया, लेकिन 6 महीने बीतने के बावजूद कोई काम नहीं किया। उसने आरोपी करण व अतुल से मुलाकात की, तो उन्होंने एक महीने का समय और मांगा। इस दौरान आरोपी करण कुरुक्षेत्र छोड़कर फरार हो गया। चरणजीत ने ली गारंटी चरणजीत कौर से पैसे वापसी की बात करने पर उसने ब्याज सहित पैसे लौटाने की जिम्मेदारी ली। इससे पहले करण ने खुलासा किया कि कई काम के एवज में चरणजीत कौर उससे भारी रकम ले चुकी है। उसके बाद से करण का फोन भी बंद हो गया। पैसे लौटाए न वीजा दिया अतुल ने दूसरी जगह से फंड आने पर पैसे लौटाने का आश्वासन दिया, लेकिन 3 साल से ज्यादा बीतने के बाद भी आरोपियों ने वीजा लगाया न उसके पैसे लौटाए। अब चरणजीत कौर इंडिया लौटी वे उससे मिलने गए, जहां उसके ससुर पैसे लौटाने से मना कर दिया। पुलिस ने थाना सिटी थानेसर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।


