समस्तीपुर के मुसरीघरारी में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान:दुकानें ध्वस्त, भारी पुलिस बल तैनात, लोग बोले-जिंदगी चलाने की समस्या खड़ी हुई

समस्तीपुर के मुसरीघरारी में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान:दुकानें ध्वस्त, भारी पुलिस बल तैनात, लोग बोले-जिंदगी चलाने की समस्या खड़ी हुई

समस्तीपुर के मुसरीघरारी में आज बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान सड़क किनारे बनी दर्जनों दुकानों और घरों को ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। यह अभियान नगर पंचायत मुसरीघरारी के सड़क किनारे चलाया गया। सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल मौजूद था और मुसरीघरारी थाना के थानाध्यक्ष स्वयं इसकी निगरानी कर रहे थे। बुलडोजर की मदद से झोपड़ीनुमा दुकानों और घरों को हटाया गया। नगर पंचायत के अधिकारियों ने बताया कि अभियान से तीन-चार दिन पहले सभी दुकानदारों को सरकारी जमीन खाली करने की सूचना दी गई थी। उन्हें चेतावनी दी गई थी कि यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो प्रशासन की ओर से उनके अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे। हालांकि, लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। रहने और आजीविका चलाने की समस्या स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के बेदखल किया गया। उनके अनुसार, अब उनके सामने रहने और आजीविका चलाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। अभियान के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार मुस्तैद रही। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करना आम जनता की सुविधा और सुरक्षा के लिए आवश्यक है, और ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि यह अभियान उच्च न्यायालय के निर्देश पर चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि समस्तीपुर शहर के विभिन्न इलाकों में भी जल्द ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सरकारी जमीन को मुक्त कराया जाएगा और इसकी सूचना उच्च न्यायालय को दी जाएगी। समस्तीपुर के मुसरीघरारी में आज बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान सड़क किनारे बनी दर्जनों दुकानों और घरों को ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। यह अभियान नगर पंचायत मुसरीघरारी के सड़क किनारे चलाया गया। सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल मौजूद था और मुसरीघरारी थाना के थानाध्यक्ष स्वयं इसकी निगरानी कर रहे थे। बुलडोजर की मदद से झोपड़ीनुमा दुकानों और घरों को हटाया गया। नगर पंचायत के अधिकारियों ने बताया कि अभियान से तीन-चार दिन पहले सभी दुकानदारों को सरकारी जमीन खाली करने की सूचना दी गई थी। उन्हें चेतावनी दी गई थी कि यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो प्रशासन की ओर से उनके अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे। हालांकि, लोगों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। रहने और आजीविका चलाने की समस्या स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के बेदखल किया गया। उनके अनुसार, अब उनके सामने रहने और आजीविका चलाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। अभियान के दौरान यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार मुस्तैद रही। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करना आम जनता की सुविधा और सुरक्षा के लिए आवश्यक है, और ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि यह अभियान उच्च न्यायालय के निर्देश पर चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि समस्तीपुर शहर के विभिन्न इलाकों में भी जल्द ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सरकारी जमीन को मुक्त कराया जाएगा और इसकी सूचना उच्च न्यायालय को दी जाएगी।  

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