बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस की 15 गुना सीट यानी 6 की तुलना में 89 जीती है। फिर भी भाजपा बिहार से चुनावी चंदा पाने में कांग्रेस से मात खा गई है। भाजपा को बिहार से कांग्रेस को मिले चुनावी चंदे का लगभग तीन चौथाई ही मिला है। कांग्रेस बिहार के लोगों से 2024-25 में 35 लाख 60 हजार रुपया चुनावी चंदा पाने में कामयाब रही है। वहीं भाजपा को सालभर में केवल 27 लाख रुपये मिले। चुनाव आयोग को पार्टियों की ओर से 2024-25 में मिले चुनावी चंदे के सौंपे गए ब्योरे से इसका खुलासा हुआ है। कांग्रेस को बिहार से 13 लोगों ने चंदे दिए हैं। इनमें सबसे बड़ी राशि मधुबनी के अश्विनी रोशन ने 4 लाख दिए हैं। भाजपा को बिहार से छह चंदे मिले हैं। इनमें सबसे बड़ी राशि पटना के एग्जीबिशन रोड स्थित तेजस आयरन स्टील कंपनी से 11 लाख रुपये मिले हैं। रोचक तो यह है कि समस्तीपुर जिले में मोहीउद्दीन नगर के रहने वाले शख्स सद्दाम हुसैन ने भी भाजपा को ढाई लाख रुपये चुनावी चंदे के रूप में दिए हैं। चुनाव आयोग को पार्टियों ने चंदे में मिली उसी राशि का ब्योरा सौंपा है, जो चेक या ऑनलाइन माध्यम के जरिए सौंपे गए हैं। नगद चंदों का विवरण इसमें नहीं है कांग्रेस को बिहार से मात्र 13 लोगों ने ही चुनावी चंदा 36 लाख दिया जदयू को 66 चंदों से मिले 18 करोड़ 69 लाख जदयू को सालभर में 66 चंदों में 18 करोड़ 69 लाख 76 हजार रुपये चंदे के रूप में मिले हैं। इन चंदों में बड़ी हिस्सेदारी प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट के 10 करोड़, प्रूडेन्ट इलेक्टोरल ट्रस्ट के 5 करोड़ और समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट एसोसिएशन के 2 करोड़ की है। बिहार से सबसे अधिक चंदा उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने 10 लाख रुपए दिए हैं। लोजपा(आर) को पिछले साल 100गुना मिला चंदा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(आर) को 2023-24 के 11 लाख 67 हजार की तुलना में 2024-25 में 11 करोड़ 9 लाख रुपये चुनावी चंदे के रूप में मिले हैं। जो पिछले साल की तुलना में लगभग 100 गुना है। सबसे ज्यादा 10 करोड़ रुपए प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट से और इसके बाद प्रूडेन्ट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 1 करोड़ रुपए मिले हैं। राजद का खुलासा अभी बाकी… राजद की ओर से अभी इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि उसे चुनावी चंदे के रूप में कितने मिले हैं। चुनाव खत्म होने के 90 दिनों के भीतर इसका ब्योरा देना रहता है। राजद की ओर से चुनाव आयोग को यह अभी नहीं सौंपा गया है। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस की 15 गुना सीट यानी 6 की तुलना में 89 जीती है। फिर भी भाजपा बिहार से चुनावी चंदा पाने में कांग्रेस से मात खा गई है। भाजपा को बिहार से कांग्रेस को मिले चुनावी चंदे का लगभग तीन चौथाई ही मिला है। कांग्रेस बिहार के लोगों से 2024-25 में 35 लाख 60 हजार रुपया चुनावी चंदा पाने में कामयाब रही है। वहीं भाजपा को सालभर में केवल 27 लाख रुपये मिले। चुनाव आयोग को पार्टियों की ओर से 2024-25 में मिले चुनावी चंदे के सौंपे गए ब्योरे से इसका खुलासा हुआ है। कांग्रेस को बिहार से 13 लोगों ने चंदे दिए हैं। इनमें सबसे बड़ी राशि मधुबनी के अश्विनी रोशन ने 4 लाख दिए हैं। भाजपा को बिहार से छह चंदे मिले हैं। इनमें सबसे बड़ी राशि पटना के एग्जीबिशन रोड स्थित तेजस आयरन स्टील कंपनी से 11 लाख रुपये मिले हैं। रोचक तो यह है कि समस्तीपुर जिले में मोहीउद्दीन नगर के रहने वाले शख्स सद्दाम हुसैन ने भी भाजपा को ढाई लाख रुपये चुनावी चंदे के रूप में दिए हैं। चुनाव आयोग को पार्टियों ने चंदे में मिली उसी राशि का ब्योरा सौंपा है, जो चेक या ऑनलाइन माध्यम के जरिए सौंपे गए हैं। नगद चंदों का विवरण इसमें नहीं है कांग्रेस को बिहार से मात्र 13 लोगों ने ही चुनावी चंदा 36 लाख दिया जदयू को 66 चंदों से मिले 18 करोड़ 69 लाख जदयू को सालभर में 66 चंदों में 18 करोड़ 69 लाख 76 हजार रुपये चंदे के रूप में मिले हैं। इन चंदों में बड़ी हिस्सेदारी प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट के 10 करोड़, प्रूडेन्ट इलेक्टोरल ट्रस्ट के 5 करोड़ और समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट एसोसिएशन के 2 करोड़ की है। बिहार से सबसे अधिक चंदा उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने 10 लाख रुपए दिए हैं। लोजपा(आर) को पिछले साल 100गुना मिला चंदा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(आर) को 2023-24 के 11 लाख 67 हजार की तुलना में 2024-25 में 11 करोड़ 9 लाख रुपये चुनावी चंदे के रूप में मिले हैं। जो पिछले साल की तुलना में लगभग 100 गुना है। सबसे ज्यादा 10 करोड़ रुपए प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट से और इसके बाद प्रूडेन्ट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 1 करोड़ रुपए मिले हैं। राजद का खुलासा अभी बाकी… राजद की ओर से अभी इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि उसे चुनावी चंदे के रूप में कितने मिले हैं। चुनाव खत्म होने के 90 दिनों के भीतर इसका ब्योरा देना रहता है। राजद की ओर से चुनाव आयोग को यह अभी नहीं सौंपा गया है।


