बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान किशनगंज के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा भावुक क्षणों की गवाह बनी। बागली चौक पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रोफेसर मुसब्बिर आलम के समर्थन में आयोजित इस सभा में मंच पर प्रो. आलम भावुक हो गए, जिसके बाद राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने उनके आंसुओं पर वोट की अपील की। हजारों की संख्या में जुटे समर्थकों के सामने प्रो. मुसब्बिर आलम अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए और उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने बहादुरगंज से कांग्रेस के दावेदार के रूप में अपने लंबे राजनीतिक सफर और क्षेत्र के विकास के प्रति समर्पण का जिक्र किया। इतने वोट दें कि उनकी जीत क्षेत्र के लिए नई उम्मीद बने प्रो.आलम को रोते देख कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने मंच से भावुक अपील की। उन्होंने कहा, “प्रो. मुसब्बिर आलम हमारे बुजुर्ग हैं, एक समर्पित प्रोफेसर हैं। उन्हें रुलाने का हक किसी को नहीं। आइए, इस चुनाव में उन्हें इतने वोट दें कि उनकी जीत क्षेत्र के लिए नई उम्मीद बने।” यह घटना बहादुरगंज सीट पर चल रहे त्रिकोणीय मुकाबले को और दिलचस्प बना रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि यह जनसभा क्षेत्र में पार्टी की मजबूती का संकेत है और इमरान प्रतापगढ़ी की उपस्थिति ने अल्पसंख्यक वोटों को एकजुट करने में मदद की। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान किशनगंज के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा भावुक क्षणों की गवाह बनी। बागली चौक पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रोफेसर मुसब्बिर आलम के समर्थन में आयोजित इस सभा में मंच पर प्रो. आलम भावुक हो गए, जिसके बाद राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने उनके आंसुओं पर वोट की अपील की। हजारों की संख्या में जुटे समर्थकों के सामने प्रो. मुसब्बिर आलम अपने भाषण के दौरान भावुक हो गए और उनकी आंखें नम हो गईं। उन्होंने बहादुरगंज से कांग्रेस के दावेदार के रूप में अपने लंबे राजनीतिक सफर और क्षेत्र के विकास के प्रति समर्पण का जिक्र किया। इतने वोट दें कि उनकी जीत क्षेत्र के लिए नई उम्मीद बने प्रो.आलम को रोते देख कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने मंच से भावुक अपील की। उन्होंने कहा, “प्रो. मुसब्बिर आलम हमारे बुजुर्ग हैं, एक समर्पित प्रोफेसर हैं। उन्हें रुलाने का हक किसी को नहीं। आइए, इस चुनाव में उन्हें इतने वोट दें कि उनकी जीत क्षेत्र के लिए नई उम्मीद बने।” यह घटना बहादुरगंज सीट पर चल रहे त्रिकोणीय मुकाबले को और दिलचस्प बना रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि यह जनसभा क्षेत्र में पार्टी की मजबूती का संकेत है और इमरान प्रतापगढ़ी की उपस्थिति ने अल्पसंख्यक वोटों को एकजुट करने में मदद की।


