झारखंड में गुलाबी ठंड की दस्तक:लौटने की राह पर मानसून, अगले पांच दिन शुष्क रहेगा मौसम, किसानों को मिलेगी राहत

झारखंड में गुलाबी ठंड की दस्तक:लौटने की राह पर मानसून, अगले पांच दिन शुष्क रहेगा मौसम, किसानों को मिलेगी राहत

झारखंड में फिलहाल मौसम सामान्य और शुष्क बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग के रांची केंद्र के मुताबिक, राज्य में रविवार तक कोई बड़ी मौसमी प्रणाली सक्रिय नहीं रही। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो रही है। अगले दो से तीन दिनों में झारखंड समेत बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा से मानसून की पूरी तरह वापसी की संभावना है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा। पाकुड़ में अधिकतम तापमान 34.5°C और लातेहार में न्यूनतम 16.1°C दर्ज किया गया। अगले पांच दिन रहेगा साफ और शुष्क मौसम मौसम विभाग ने बताया कि 13 से 16 अक्टूबर तक झारखंड में मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान आसमान साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। 17 और 18 अक्टूबर को भी बारिश की संभावना नहीं जताई गई है। रांची में रविवार को अधिकतम तापमान 30.4°C और न्यूनतम 19.8°C दर्ज किया गया। पलामू सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 38.7°C तक पहुंच गया। वहीं बोकारो में न्यूनतम तापमान 21.0°C रिकॉर्ड हुआ। सभी जिलों में आर्द्रता सामान्य स्तर पर बनी रही। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सामान्य से ज्यादा बारिश हालांकि अक्टूबर के पहले 12 दिनों में झारखंड में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान राज्य में 67.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य बारिश 44.0 मिलीमीटर होती है। यानी राज्य में 53 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई है। गढ़वा, गोड्डा, देवघर, हजारीबाग और जामताड़ा जैसे जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। गढ़वा में तो सामान्य से 292% ज्यादा बारिश हुई, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रही। कुछ जिलों में कम बारिश से बढ़ी चिंता राज्य के कुछ जिलों में हालांकि बारिश सामान्य से काफी कम रही। पाकुड़ में सबसे कम 8.2 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 84.5 मिलीमीटर है। साहेबगंज में 71% और सिमडेगा में 64% कम बारिश दर्ज की गई। खूंटी, गुमला, गिरिडीह और सरायकेला-खरसावां में भी सामान्य से आधी बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का यह असमान वितरण कृषि और जल प्रबंधन के लिए चुनौती बन सकता है। अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम जारी रहने से किसानों को फसल कटाई में राहत तो मिलेगी, लेकिन जलस्तर पर असर पड़ने की आशंका भी बनी हुई है। झारखंड में फिलहाल मौसम सामान्य और शुष्क बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग के रांची केंद्र के मुताबिक, राज्य में रविवार तक कोई बड़ी मौसमी प्रणाली सक्रिय नहीं रही। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी हो रही है। अगले दो से तीन दिनों में झारखंड समेत बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा से मानसून की पूरी तरह वापसी की संभावना है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा। पाकुड़ में अधिकतम तापमान 34.5°C और लातेहार में न्यूनतम 16.1°C दर्ज किया गया। अगले पांच दिन रहेगा साफ और शुष्क मौसम मौसम विभाग ने बताया कि 13 से 16 अक्टूबर तक झारखंड में मौसम शुष्क रहेगा। इस दौरान आसमान साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। 17 और 18 अक्टूबर को भी बारिश की संभावना नहीं जताई गई है। रांची में रविवार को अधिकतम तापमान 30.4°C और न्यूनतम 19.8°C दर्ज किया गया। पलामू सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 38.7°C तक पहुंच गया। वहीं बोकारो में न्यूनतम तापमान 21.0°C रिकॉर्ड हुआ। सभी जिलों में आर्द्रता सामान्य स्तर पर बनी रही। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सामान्य से ज्यादा बारिश हालांकि अक्टूबर के पहले 12 दिनों में झारखंड में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान राज्य में 67.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य बारिश 44.0 मिलीमीटर होती है। यानी राज्य में 53 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई है। गढ़वा, गोड्डा, देवघर, हजारीबाग और जामताड़ा जैसे जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। गढ़वा में तो सामान्य से 292% ज्यादा बारिश हुई, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक रही। कुछ जिलों में कम बारिश से बढ़ी चिंता राज्य के कुछ जिलों में हालांकि बारिश सामान्य से काफी कम रही। पाकुड़ में सबसे कम 8.2 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 84.5 मिलीमीटर है। साहेबगंज में 71% और सिमडेगा में 64% कम बारिश दर्ज की गई। खूंटी, गुमला, गिरिडीह और सरायकेला-खरसावां में भी सामान्य से आधी बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का यह असमान वितरण कृषि और जल प्रबंधन के लिए चुनौती बन सकता है। अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम जारी रहने से किसानों को फसल कटाई में राहत तो मिलेगी, लेकिन जलस्तर पर असर पड़ने की आशंका भी बनी हुई है।  

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