– 100 फीट ऊंची पहाड़ी की निगरानी में चार जवान – खनन माफिया पर कसा शिकंजा, पर अन्य इलाकों में चिंता बरकरार
बस्सी. बस्सी मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दक्षिण स्थित अखैपुरा-नयागांव सीमा की 100 फीट ऊंची पहाड़ी लंबे समय से अवैध खनन की चपेट में थी। लगातार हो रहे खनन से पहाड़ी खाई में तब्दील हो गई थी। इस गंभीर मुद्दे को राजस्थान पत्रिका ने 26 नवंबर 2025 को ‘पहाड़ से खाई तक: अखैपुरा-नयागांव की 100 फीट ऊंची पहाड़ी अवैध खनन की भेंट’ शीर्षक से प्रमुखता से उठाया था। रिपोर्ट के बाद प्रशासन हरकत में आया और अवैध खनन रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए। डीसीपी ईस्ट के निर्देश पर पहाड़ी क्षेत्र में चार पुलिसकर्मियों की स्थायी तैनाती कर दी गई है। पुलिस की निगरानी शुरू होते ही यहां अवैध खनन गतिविधियां पूरी तरह थम गई हैं। इससे आसपास के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है और प्रशासनिक कार्रवाई पर संतोष जताया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय बाद उन्हें पहाड़ी और अपने क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर भरोसा मिला है। हालांकि, समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। पहाड़ी के निचले हिस्से में बनी गहरी खाई में अब भी बारिश का पानी भरा हुआ है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि खाई को सुरक्षित किया जाए या चेतावनी संकेत लगाए जाए। अन्य पहाड़ियों पर अब भी खनन जारी स्थानीय लोगों का आरोप है कि अखैपुरा-नयागांव क्षेत्र में पुलिस तैनाती के बावजूद आसपास के करीब एक दर्जन स्थानों पर पहाड़ियों में अवैध खनन अब भी जारी है।
इन क्षेत्रों में न तो पुलिस की निगरानी है और न ही खनिज विभाग की सक्रियता दिखाई दे रही है। मोटी कमाई के लालच में कई लोग इस अवैध धंधे से जुड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जिस तरह यहां कार्रवाई हुई, उसी तरह अन्य इलाकों में भी पुलिस व खनिज विभाग संयुक्त रूप से सख्त कदम उठाए, ताकि अवैध खनन पर स्थायी रोक लग सके।


