रेवाड़ी पुलिस ने पुराने नोट के बदले लाखों रुपए का लालच देकर की गई साइबर ठगी के मामले में दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस ठगी में एक व्यक्ति से करीब 96 हजार रुपए हड़पे गए थे। गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजस्थान के भरतपुर निवासी दुष्यंत के रूप में हुई है, जो फिलहाल दिल्ली में रह रहा था। पुलिस इस मामले में पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस को दी गई शिकायत में गांव जैनाबाद निवासी युद्धवीर सिंह ने बताया था कि 4 जून को उन्होंने यूट्यूब पर पुराने नोटों के बदले अधिक पैसे देने का एक विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में दिए गए नंबरों पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि उनके पास पांच रुपए का एक पुराना नोट है, जिस पर ट्रैक्टर का चित्र बना हुआ है। एक नोट के बदले 25 लाख रुपए देने दावा फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने युद्धवीर सिंह को बताया कि इस नोट के बदले उन्हें 25 लाख रुपए मिल सकते हैं। इसके लिए उनसे पहले 7,200 रुपए यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर करने को कहा गया, जो उन्होंने कर दिए। आरोपियों ने उनसे कुल 95,820 रुपए अलग-अलग बैंक खातों में जमा करवा लिए। जब आरोपियों ने उनसे और अधिक राशि की मांग की, तो युद्धवीर सिंह को ठगी का एहसास हुआ। पुलिस ने साइबर थाना में मामला दर्ज किया था और इस मामले में पहले आरोपी नवीन डागुर को गिरफ्तार किया था, जिसके खाते में 32,320 रुपए जमा हुए थे। नवीन भी भरतपुर का निवासी है और दिल्ली में रह रहा था। दो दिन के पुलिस रिमांड पर आरोपी अब पुलिस ने दूसरे आरोपी दुष्यंत को भी गिरफ्तार कर लिया है। दुष्यंत ने साइबर ठगों को नवीन डागुर का बैंक खाता उपलब्ध कराने में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है ताकि आगे की पूछताछ की जा सके। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द करने की बात कह रही है।


