बिस्फी में पति पर पत्नी को स्प्राइट पिलाने का आरोप:दहेज प्रताड़ना का मामला, पुलिस पर अनदेखी और सबूत जब्त करने का आरोप

मधुबनी के जयनगर थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता को स्प्राइट में जहर मिलाकर पिलाने का गंभीर आरोप सामने आया है। पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने जयनगर थाना पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। दहेज के लिए प्रताड़ना का आरोप पीड़िता की पहचान साहिबा खातून के रूप में हुई है, जो मोहम्मद कादिर और अफसाना बेगम की पुत्री हैं। उनकी शादी 2 दिसंबर को कोर्ट मैरिज के माध्यम से मोहम्मद मुस्तफा से हुई थी। परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति मोहम्मद मुस्तफा और ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य दहेज की मांग को लेकर साहिबा को प्रताड़ित कर रहे थे। पहले 15 लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसे बाद में 10 लाख रुपये तक कम कर दिया गया। स्प्राइट में जहर मिलाकर पिलाने का आरोप पीड़िता के भाई मुहम्मद साकिब ने बताया कि 25 दिसंबर को पति मोहम्मद मुस्तफा उस स्थान पर पहुंचा जहां पीड़िता रह रही थी। उसने सभी को कमरे से बाहर निकालकर कहा कि वे अपनी पत्नी के साथ अकेले खाना खा रहे हैं। इसके बाद कथित तौर पर उसने स्प्राइट में जहर मिलाकर साहिबा को पिला दिया। पुलिस पर लापरवाही का आरोप पीड़िता के 18 वर्षीय भाई मोहम्मद शाकिर ने बताया कि घटना की सूचना तुरंत जयनगर थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने पीड़ित परिवार की बातों को कथित तौर पर अनदेखा किया। भाई ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से कथित जहर की पुड़िया और पीड़िता के भाई का मोबाइल फोन जब्त कर लिया, लेकिन इसकी कोई विधिवत जानकारी या जब्ती सूची परिवार को उपलब्ध नहीं कराई गई। परिवार ने आशंका जताई है कि पुलिस की इस कार्रवाई से साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है। निष्पक्ष जांच की मांग पीड़ित परिवार ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने वरीय पुलिस अधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया है। जयनगर थाना अध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच उनकी टीम कर रही है। मधुबनी के जयनगर थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता को स्प्राइट में जहर मिलाकर पिलाने का गंभीर आरोप सामने आया है। पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने जयनगर थाना पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। दहेज के लिए प्रताड़ना का आरोप पीड़िता की पहचान साहिबा खातून के रूप में हुई है, जो मोहम्मद कादिर और अफसाना बेगम की पुत्री हैं। उनकी शादी 2 दिसंबर को कोर्ट मैरिज के माध्यम से मोहम्मद मुस्तफा से हुई थी। परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति मोहम्मद मुस्तफा और ससुराल पक्ष के अन्य सदस्य दहेज की मांग को लेकर साहिबा को प्रताड़ित कर रहे थे। पहले 15 लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसे बाद में 10 लाख रुपये तक कम कर दिया गया। स्प्राइट में जहर मिलाकर पिलाने का आरोप पीड़िता के भाई मुहम्मद साकिब ने बताया कि 25 दिसंबर को पति मोहम्मद मुस्तफा उस स्थान पर पहुंचा जहां पीड़िता रह रही थी। उसने सभी को कमरे से बाहर निकालकर कहा कि वे अपनी पत्नी के साथ अकेले खाना खा रहे हैं। इसके बाद कथित तौर पर उसने स्प्राइट में जहर मिलाकर साहिबा को पिला दिया। पुलिस पर लापरवाही का आरोप पीड़िता के 18 वर्षीय भाई मोहम्मद शाकिर ने बताया कि घटना की सूचना तुरंत जयनगर थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने पीड़ित परिवार की बातों को कथित तौर पर अनदेखा किया। भाई ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से कथित जहर की पुड़िया और पीड़िता के भाई का मोबाइल फोन जब्त कर लिया, लेकिन इसकी कोई विधिवत जानकारी या जब्ती सूची परिवार को उपलब्ध नहीं कराई गई। परिवार ने आशंका जताई है कि पुलिस की इस कार्रवाई से साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है। निष्पक्ष जांच की मांग पीड़ित परिवार ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने वरीय पुलिस अधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया है। जयनगर थाना अध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच उनकी टीम कर रही है।  

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