गोपालगंज के व्यवहार न्यायालय के मुख्य गेट पर सैकड़ों वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया। वे अपनी बैठने की व्यवस्था न होने से नाराज थे और इसके लिए जगह की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन की सूचना मिलने पर गोपालगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार मिश्रा तुरंत मौके पर पहुंचे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शनकारी अधिवक्ताओं से बात की और उनकी मांगों को सुना। समस्या का शीघ्र और प्रभावी समाधान निकाला जाएगा बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का शीघ्र और प्रभावी समाधान निकाला जाएगा। एसोसिएशन ने भरोसा दिलाया कि वे इस मुद्दे को तत्काल न्यायालय प्रशासन और संबंधित उच्चाधिकारियों के समक्ष मजबूती से उठाएंगे। इसके बाद वकील शांत हो गए। मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नया भवन बनाने का प्रस्ताव इस संदर्भ में वरीय अधिवक्ताओं ने बताया कि व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नया भवन बनाने का प्रस्ताव है। निर्माण कार्य के लिए प्रशासन द्वारा एक बोर्ड भी लगाया गया है। इससे करीब ढाई सौ अधिवक्ताओं की बैठने की व्यवस्था प्रभावित हुई है, क्योंकि अब उनके पास काम करने के लिए कोई जगह नहीं बची है। उचित व्यवस्था होने पर ही वहां से हटेंगे वरीय वकील शैलेन्द्र तिवारी ने पुष्टि की कि पुराने मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नई बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि पहले वहां बैठने वाले अधिवक्ताओं को समस्या हुई, हालांकि बाद में वे अपनी सीटें लेकर वकालतखाना में चले गए। उन्होंने आगे कहा कि अधिवक्ताओं ने आपस में राय की है कि वे अपने पुराने स्थान पर बैठेंगे और न्याय प्रशासन या जिला प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था होने पर ही वहां से हटेंगे। गोपालगंज के व्यवहार न्यायालय के मुख्य गेट पर सैकड़ों वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया। वे अपनी बैठने की व्यवस्था न होने से नाराज थे और इसके लिए जगह की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन की सूचना मिलने पर गोपालगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार मिश्रा तुरंत मौके पर पहुंचे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शनकारी अधिवक्ताओं से बात की और उनकी मांगों को सुना। समस्या का शीघ्र और प्रभावी समाधान निकाला जाएगा बार एसोसिएशन ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का शीघ्र और प्रभावी समाधान निकाला जाएगा। एसोसिएशन ने भरोसा दिलाया कि वे इस मुद्दे को तत्काल न्यायालय प्रशासन और संबंधित उच्चाधिकारियों के समक्ष मजबूती से उठाएंगे। इसके बाद वकील शांत हो गए। मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नया भवन बनाने का प्रस्ताव इस संदर्भ में वरीय अधिवक्ताओं ने बताया कि व्यवहार न्यायालय परिसर में स्थित मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नया भवन बनाने का प्रस्ताव है। निर्माण कार्य के लिए प्रशासन द्वारा एक बोर्ड भी लगाया गया है। इससे करीब ढाई सौ अधिवक्ताओं की बैठने की व्यवस्था प्रभावित हुई है, क्योंकि अब उनके पास काम करने के लिए कोई जगह नहीं बची है। उचित व्यवस्था होने पर ही वहां से हटेंगे वरीय वकील शैलेन्द्र तिवारी ने पुष्टि की कि पुराने मुंसिफ कोर्ट को तोड़कर नई बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि पहले वहां बैठने वाले अधिवक्ताओं को समस्या हुई, हालांकि बाद में वे अपनी सीटें लेकर वकालतखाना में चले गए। उन्होंने आगे कहा कि अधिवक्ताओं ने आपस में राय की है कि वे अपने पुराने स्थान पर बैठेंगे और न्याय प्रशासन या जिला प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था होने पर ही वहां से हटेंगे।


