हापुड़ में वायु प्रदूषण से जूझ रहे लोगों को राहत मिली है। जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) घटकर 128 दर्ज किया गया है, जिससे हापुड़ ‘येलो जोन’ में आ गया है। लगभग दो महीने बाद प्रदूषण के स्तर में यह गिरावट दर्ज की गई है। हवा की रफ्तार बढ़ी तो मिली राहत पिछले कई हफ्तों से हापुड़ का AQI लगातार ‘खराब’ और ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बना हुआ था। सर्द मौसम, कोहरे और हवा की कम रफ्तार के कारण प्रदूषक कण वातावरण में जमा हो रहे थे, जिससे सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि देखी गई थी। हालांकि, बीते कुछ दिनों से मौसम में आए बदलाव ने स्थिति में सुधार किया है। जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात हवा की रफ्तार बढ़कर 13 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई है। इससे वातावरण में फैले प्रदूषक तत्व छंटने लगे हैं। तेज हवा के कारण धूल और हानिकारक कणों का असर कम हुआ, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया। इस सुधार से बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को सीधा लाभ मिला है। सतर्कता बरतने से मिलेगी राहत सुबह और शाम की सैर करने वाले अशोक शर्मा ने बताया कि अब हवा पहले की तुलना में साफ महसूस हो रही है। आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत भी कम हुई है। हालांकि पर्यावरण विशेषज्ञ प्रोफेसर अब्बास अली ने लोगों से अपील की है कि वे इस सुधार को बनाए रखने में सहयोग करें। अनावश्यक वाहन चलाने से बचने, कूड़ा न जलाने और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है। निर्माण कार्यों में धूल नियंत्रण के उपाय अपनाने पर भी जोर दिया गया है। फिलहाल, AQI के ‘येलो जोन’ में आने से हापुड़वासियों को कुछ राहत जरूर मिली है। हालांकि, स्वच्छ हवा के लिए सतर्कता और जिम्मेदारी दोनों आवश्यक हैं।


