तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण अहमदाबाद चातुर्मास संपन्न कर मेवाड़ की और विहार को लेकर आज अहमदाबाद चातुर्मास व्यवस्था समिति ने आगामी मेवाड़ यात्रा के लिए ध्वज और दायित्व हस्तांतरण कर दिया। यह कार्यक्रम आज आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में अहमदाबाद के कोबा स्थित प्रेक्षा विश्व भारती में आयोजित हुआ। सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं की साक्षी में अहमदाबाद चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष अरविंद संचेती और उनकी टीम ने मेवाड़ कांफ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत और टीम को एक माह की यात्रा का ध्वज प्रदान कर दायित्व हस्तांतरित किया। आचार्य महाश्रमण ने चातुर्मास संपन्न होने पर परदेशी राजा के संस्मरण को बड़े ही मार्मिक तरीके से फरमाया। अपने मंगल प्रवचन में आचार्य ने फरमाया कि श्रावक श्राविकाओं में उनके जीवन में धर्म की श्रद्धा बनी रहे। जिस तरह से पानी बहता रहे वही श्रेष्ठ होता है उसी तरह से साधु तो रमता ही भला होता है। श्रावक समाज इस यात्रा में अधिक से अधिक धर्म लाभ लेकर जीवन को रमणीय बनाए। मेवाड़ कांफ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने कहा कि आचार्य महाश्रमण ने कृपा कर एक माह की मेवाड़ यात्रा का सम्पूर्ण दायित्व मेवाड़ कांफ्रेंस को प्रदान किया है इसके लिए मेवाड़ का सम्पूर्ण श्रावक समाज आपके प्रति कृतज्ञ है। फत्तावत ने बताया कि आचार्य संघ आगामी 20 नवंबर को मेवाड़ स्तरीय स्वागत समारोह उदयपुर जिले के ऋषभदेव में आयोजित होगा। फत्तावत ने आचार्य महाश्रमण से मेवाड़ में चातुर्मास कराने का पुरजोर निवेदन किया जिसकी श्रावक श्राविकाओं ने झोली आगे कर अर्जी रखी। पूरा पंडाल मेवाड़ में चातुर्मास कराओ के नारों से गुंजायमान हो गया। दायित्व हस्तांतरण कार्यक्रम में राजकुमार फत्तावत के नेतृत्व में संयोजक पंकज ओस्तवाल, किशनलाल डागलिया, कार्यकारी अध्यक्ष भूपेंद्र चोरडिय़ा, महामंत्री बलवंत रांका, कोषाध्यक्ष कमलेश कच्छारा, अभातेयूप के अध्यक्ष पवन मांडोत, टी पी एफ के उपाध्यक्ष नवीन चोरडिय़ा, कल्याण मित्र डॉ विनोद पोरवाल, सलिल लोढ़ा,तेरापंथ मेवाड़ मंडल अहमदाबाद के अध्यक्ष रमेश पगारिया आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। फत्तावत ने बताया कि आचार्य 16 नवम्बर को रतनपुर बॉर्डर पर राजस्थान सीमा में प्रवेश करेंगे। जहां सम्पूर्ण धवल वाहिनी का मेवाड़ी परम्परा से स्वागत अभिनंदन किया जाएगा।


