गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल को जेडीयू से निकाला:संगठन विरोधी काम करने का आरोप, प्रदेश महासचिव ने जारी की चिट्ठी, निर्दलीय लड़ रहे चुनाव

गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल को जेडीयू से निकाला:संगठन विरोधी काम करने का आरोप, प्रदेश महासचिव ने जारी की चिट्ठी, निर्दलीय लड़ रहे चुनाव

भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहे चुके गोपाल मंडल को जनता दल यूनाइटेड ने रविवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जदयू प्रदेश महासचिव की ओर से रविवार को एक चिट्ठी जारी कर इसकी जानकारी दी गई। गोपाल मंडल गोपालपुर से चार बार विधायक रह चुके हैं। इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी चंदन कुमार सिंह ने पत्र जारी कर गोपाल मंडल पर संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी की विचारधारा के विपरीत कार्य करने का दोषी ठहराया। जारी पत्र में कहा गया है कि गोपाल मंडल पार्टी के संगठनात्मक अनुशासन का लगातार उल्लंघन कर रहे थे और बार-बार चेतावनी के बावजूद पार्टी की मर्यादा के अनुरूप आचरण नहीं कर रहे थे। इस कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है। लंबे समय तक नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं गोपाल मंडल गोपाल मंडल भागलपुर जिले के गोपालपुर क्षेत्र के सक्रिय और चर्चित नेता माने जाते हैं। वे लंबे समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं। जेडीयू की इस कार्रवाई को विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में अनुशासन कायम करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।पार्टी के पत्र की प्रतिलिपि पूर्व मंत्री हिम्मत सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीराम चौधरी और प्रवक्ता को भी भेजी गई है। गोपालपुर सीट से कटा टिकट, अब निर्दलीय लड़ रहे चुनाव भागलपुर की गोपालपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके गोपाल मंडल का इस बार टिकट काट दिया गया था। उनकी जगह जेडीयू ने बुलों मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे नाराज गोपाल मंडल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है। टिकट कटने के बाद गोपाल मंडल ने नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनके आवास के बाहर धरना भी दिया था और जमकर हंगामा किया था। हालांकि, निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने के बाद भी वे बार-बार यह कहते नजर आए हैं कि वे नीतीश कुमार के साथ रहना चाहते हैं। निर्दलीय पर्चा भरने के बाद रोने लगे थे, कहा था- नीतीश कुमार की जय 8 दिन पहले गोपाल मंडल ने निर्दलीय नामांकन किया था। इसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए गोपाल मंडल रो पड़े थे। समर्थकों को संबोधित करते हुआ कहा कि लड़ाई आर पार की है। नीतीश कुमार को बहका कर मेरा टिकट कटवा दिया गया है। हमसे कोई गलती हुई है तो माफ करते हुए एक बार वोट दीजिए। मैंने कभी गलत नहीं किया है और ना करूंगा।’ इसके बाद गोपाल मंडल ने रोते-रोते नारा लगवाया- प्रेम से बोलो नीतीश कुमार की जय। उन्होंने कहा कि, मैं नीतीश कुमार को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। हमें यह दिखाना है कि असली जन नेता कौन है। मैंने अपने 30 साल के अंदर कोई गलत काम नहीं किया है। भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहे चुके गोपाल मंडल को जनता दल यूनाइटेड ने रविवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। जदयू प्रदेश महासचिव की ओर से रविवार को एक चिट्ठी जारी कर इसकी जानकारी दी गई। गोपाल मंडल गोपालपुर से चार बार विधायक रह चुके हैं। इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था, जिसके बाद वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी चंदन कुमार सिंह ने पत्र जारी कर गोपाल मंडल पर संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी की विचारधारा के विपरीत कार्य करने का दोषी ठहराया। जारी पत्र में कहा गया है कि गोपाल मंडल पार्टी के संगठनात्मक अनुशासन का लगातार उल्लंघन कर रहे थे और बार-बार चेतावनी के बावजूद पार्टी की मर्यादा के अनुरूप आचरण नहीं कर रहे थे। इस कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है। लंबे समय तक नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं गोपाल मंडल गोपाल मंडल भागलपुर जिले के गोपालपुर क्षेत्र के सक्रिय और चर्चित नेता माने जाते हैं। वे लंबे समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं। जेडीयू की इस कार्रवाई को विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में अनुशासन कायम करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है।पार्टी के पत्र की प्रतिलिपि पूर्व मंत्री हिम्मत सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीराम चौधरी और प्रवक्ता को भी भेजी गई है। गोपालपुर सीट से कटा टिकट, अब निर्दलीय लड़ रहे चुनाव भागलपुर की गोपालपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके गोपाल मंडल का इस बार टिकट काट दिया गया था। उनकी जगह जेडीयू ने बुलों मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे नाराज गोपाल मंडल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है। टिकट कटने के बाद गोपाल मंडल ने नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनके आवास के बाहर धरना भी दिया था और जमकर हंगामा किया था। हालांकि, निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने के बाद भी वे बार-बार यह कहते नजर आए हैं कि वे नीतीश कुमार के साथ रहना चाहते हैं। निर्दलीय पर्चा भरने के बाद रोने लगे थे, कहा था- नीतीश कुमार की जय 8 दिन पहले गोपाल मंडल ने निर्दलीय नामांकन किया था। इसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए गोपाल मंडल रो पड़े थे। समर्थकों को संबोधित करते हुआ कहा कि लड़ाई आर पार की है। नीतीश कुमार को बहका कर मेरा टिकट कटवा दिया गया है। हमसे कोई गलती हुई है तो माफ करते हुए एक बार वोट दीजिए। मैंने कभी गलत नहीं किया है और ना करूंगा।’ इसके बाद गोपाल मंडल ने रोते-रोते नारा लगवाया- प्रेम से बोलो नीतीश कुमार की जय। उन्होंने कहा कि, मैं नीतीश कुमार को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। हमें यह दिखाना है कि असली जन नेता कौन है। मैंने अपने 30 साल के अंदर कोई गलत काम नहीं किया है।  

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