Indian Railways: नए साल में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को कई बड़ी सौगातें देने जा रहा है। राजस्थान के जोधपुर मण्डल के लोगों के लिए 2026 खास रहने वाला है। आने वाले साल में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को कई बड़ी सौगातें देगा, जिसमें जोधुपर मुख्य सिटी स्टेशन की नई बिल्डिंग सहित कई प्रोजेट शामिल हैं। इसमें यात्री सुविधाओं का विस्तार, नई ट्रेनों का संचालन, अत्याधुनिक सुविधाएं आदि शामिल हैं।
जोधपुर मण्डल में अमृत भारत स्टेशन योजना में 15 स्टेशनों का कायाकल्प कराया जा रहा है। कई लाइनों के दोहरीकरण कार्य चल रहा है। जिसके जल्द पूरा होने की उम्मीद है। कई नई रेल लाइन का काम भी नए साल में शुरू हो सकता है। इसके अलावा यात्रियों को जोधपुर से पचपदरा तक डेमू ट्रेन की सौगात भी 2026 में मिल सकती है।
ये है सौगातें
- जोधपुर मण्डल पर अमृत भारत स्टेशन योजना में करीब 272 करोड़ रुपए की लागत से 15 स्टेशनों का कायाकल्प कराया जा रहा है। जिनका लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। आने वाले नए साल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त उक्त 15 स्टेशन जनता को समर्पित किए जाएंगे।
- जोधपुर स्टेशन का री-डवलपमेंट कार्य भी नए साल में नवम्बर तक पूरा होने की उम्मीद है। स्टेशन के सैकेण्ड द्वार पर फिनिशिंग का काम चल रहा है।
- जैसलमेर रेलवे स्टेशन का री-डवलपमेंट कार्य पूरा हो गया है। गत 29 मई को रेलमंत्री ने जैसलमेर से नई ट्रेन को हरी झण्डी दिखाई और संकेत दिया कि इस स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
- पाली रेलवे स्टेशन का मेगा री-डवलपमेंट होगा।
नए साल 2026 में यह कार्य भी होंगे
दोहरीकरण कार्य
- लूणी-समदड़ी-भीलड़ी सेक्शन 272 किमी, दोहरीकरण का कार्य, फरवरी 2025 को प्रथम फेज में लूणी से समदड़ी का कार्य शुरु किया गया है। यह प्रोजेक्ट कल 3000 करोड रुपए का है तथा पूरे सेक्शन में कार्य प्रगति पर है।
- लालगढ़-फलोदी-जैसलमेर 315 किमी दोहरीकरण के डीपीआर का कार्य प्रगति पर है ।
- बीकानेर-मेड़ता रोड 173 किमी दोहरीकरण के डीपीआर का कार्य प्रगति पर है।
नई रेल लाइन

- मारवाड़ बागरा से स्वरूपगंज: फाइनल लोकेशन सर्वे प्रोसेस में है
- जैसलमेर-खाजूवाला-अनूपगढ़: फाइनल लोकेशन सर्वे प्रोसेस में है
- जैसलमेर-बाड़मेर-भाभर नई रेल लाइन: फाइनल लोकेशन सर्वे प्रोसेस में है
- रामदेवरा-पोकरण बाईपास लाइन स्वीकृत है।
- मेड़ता रोड-रास रेल लाइन का भूमि अधिकरण का कार्य स्वीकृत है।
ये महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट चल रहे
वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो
जोधपुर में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो बनाया जा रहा है। यहां वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के मेंटेनेंस डिपो के विस्तार के साथ-साथ एक बहुद्देश्यीय वर्कशॉप और विश्वस्तरीय ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। भगत की कोठी वाशिंग लाइन के पास 167 करोड़ रुपए की लागत से वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।

परियोजना के दूसरे चरण में बहुद्देश्यीय,आधुनिक और आवासीय ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण प्रस्तावित है। जहां वंदे भारत बेड़े की सभी ट्रेनों के रखरखाव और इसके रखरखाव से जुड़े इंजीनियरों व सहायक कर्मचारियों को उच्च मानकों वाली ट्रेन मशीनरी को संभालने का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 195 करोड़ रुपए की बजट मंजूरी उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए एक बड़ी सौगात है।
रेलवे स्टेशन पर 2 मल्टीलेवल कार पार्किंग

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 474 करोड़ रुपए की लागत से चल रहे जोधपुर सिटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में यातायात सुविधा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। भगत की कोठी के पास 66×67.5 मीटर क्षेत्र में बन रही मल्टी-लेवल कार पार्किंग परियोजना में चार मंजिल आम नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसमें लगभग 375 कारें और 210 दोपहिया वाहन पार्क हो सकेंगे। दोपहिया वाहनों के लिए ग्राउंड फ्लोर निर्धारित रहेगा। राईका बाग दिशा की एमएलसीपी में 265 कारें और 140 दोपहिया वाहन एक साथ पार्क किए जा सकेंगे।
भगत की कोठी साइड एमएलसीपी
- ग्राउंड प्लस 4 फ्लोर बिल्डिंग
- पार्किंग एरिया: ग्राउंड प्लस 3 मंज़िल
- क्षमता: 375 चौपहिया व 210 दुपहिया वाहन
- लक्ष्य पूर्णता तिथि: 31 मार्च 2026
राईका बाग साइड एमएलसीपी
- ग्राउंड प्लस 4 फ्लोर बिल्डिंग
- पार्किंग एरिया: 2वीं, 3वीं और 4वीं मंज़िल
- क्षमता: 265 चौपहिया व 140 दुपहिया वाहन
- लक्ष्य पूर्णता तिथि: 31 जनवरी 2027
पचपदरा तक चलाई जा सकती है डेमू ट्रेन

राजस्थान के दूसरे सबसे बडे शहर जोधपुर में बढ़ते शहरीकरण के कारण वाहनों की संख्या बढ़ रही है। लोगों की रोजमर्रा की दौड़ती-भागती जिन्दगी में लोकल ट्रांसपोर्ट के लिए वाहनों की बड़ी भूमिका है। वाहनों की भागमभाग में सड़कों की सांसें फूल रही हैं।
आने वाले कुछ सालों की इन चुनौतियों का सामना करने में रेलवे भूमिका बना सकता है। रेलवे की ओर से लोकल ट्रांसपोर्ट के लिए डेमू सरीखी ट्रेनों का संचालन किया जाए तो शहर में बढ़ते ट्रैफिक की समस्या का काफी हद तक निदान हो सकता है।
मुम्बई में चलने वाली लोकल ट्रेन, दिल्ली-जयपुर में चलने वाली मेट्रो की तरह जोधपुर से बालोतरा-पचपदरा तक डेमू लोकल ट्रांसपोर्ट का बड़ा विकल्प बन सकती है। वर्तमान में मेड़ता रोड-मेड़ता सिटी व मकराना-परबतसर के बीच डेमू ट्रेन चल रही है।


