सहारनपुर में शादी के नाम पर ठगी और हत्या के प्रयास का मामला सामने आया है। लड़के पक्ष ने एसीजेएम प्रथम की कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि लड़की पक्ष ने शादी से पहले उनसे लाखों रुपए ठग लिए और बेटे को जहर देकर मारने की कोशिश की है। पीड़ित की शिकायत के बाद कोर्ट के आदेश पर लड़की पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला थाना देहात कोतवाली क्षेत्र का है। थाना शामली के ग्राम मंटी निवासी जय सिंह ने बताया है कि करीब तीन साल पहले उसके बेटे सुधीर का रिश्ता सहारनपुर की वर्धमान कॉलोनी निवासी करन सिंह की बेटी आस्था के साथ तय हुआ था। रिश्ता तय होने के बाद दोनों परिवारों का आना-जाना बढ़ गया। सुधीर कई बार आस्था और उसके परिवार के साथ शाकंभरी देवी मंदिर, हरिद्वार और अन्य स्थानों पर घूमने भी गया था, जिसकी फोटो भी है। जय सिंह का आरोप है कि करन सिंह, उसकी बेटी आस्था और बेटे अमित ने बहाने से सुधीर से करीब 7.50 लाख रुपए उधार लिए। जिसमें 2 से 2.5 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और लगभग 5 लाख रुपए नगद दिए गए थे। सुधीर ने ये पैसा कुछ लोगों से ब्याज पर उधार लेकर करन सिंह के परिवार को दी थी। आरोप है कि धीरे-धीरे ये लोग शादी को टालते रहे और पैसे वापस नहीं किए। जब सुधीर ने रुपए लौटाने का दबाव बनाया तो 26 मार्च 2025 की शाम करीब 6-7 बजे करन सिंह, आस्था और अमित ने उसे अपने घर बुलाया और खाना खिलाया। सुधीर के अनुसार, खाना खाते ही उसे सीने में भयंकर जलन और दर्द होने लगा, खून की उल्टियां आने लगीं। सुधीर ने बाहर जाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे रोकने का प्रयास किया और कहा कि हम तुम्हें मरने नहीं देंगे। सुधीर किसी तरह वहां से निकला और पास के हॉस्पिटल पहुंचा। डॉक्टर ने सुधीर के फोन से करन सिंह को कॉल की, लेकिन उसने यह कहते हुए फोन काट दिया कि इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। सुधीर की हालत बिगड़ने पर लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इसे जहर देने का मामला मानते हुए पुलिस को सूचना दी। जय सिंह ने बताया कि सुधीर ने इलाज के दौरान अपनी हालत में कुछ सुधार होने पर 29 मार्च 2025 को अपने दोस्त चिंटू के माध्यम से एक लिखित शिकायत डाक से भेजी थी, जो गलती से थाना मंडी पहुंच गई। बाद में 1 अप्रैल 2025 को सुधीर ने एक और शिकायत रजिस्ट्री डाक से थाना कोतवाली देहात को भेजी। प्रार्थना पत्र में ये भी कहा गया है कि सुधीर के बैग, कपड़े, पर्स व अन्य कागजात आज भी करन सिंह और उसके परिवार के पास हैं। जय सिंह ने बताया कि जब उसने 4 जून 2025 को करन सिंह को फोन करके पैसे लौटाने को कहा तो करन सिंह ने धमकी दी कि हम तुम्हारे पैसे नहीं देंगे, और अगर दोबारा फोन किया तो तुम्हें और तुम्हारे बेटे को झूठे मुकदमे में फंसा देंगे। जिसके बाद जय सिंह ने 9 सितंबर 2025 को एसएसपी को पूरी घटना की लिखित में जानकारी दी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित परिवार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर आरोपी लड़की पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।


