केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश में आज भी जो हिंदू-मुस्लिम से जुड़ी समस्याएं दिखती हैं, उनकी वजह कांग्रेस की सेक्युलरिज्म की सोच और वोट बैंक की राजनीति है। कांग्रेस ने सेक्युलरिज्म की गलत व्याख्या की। गडकरी के मुताबिक, सेक्युलर का अर्थ धर्मनिरपेक्षता या किसी एक वर्ग का तुष्टिकरण करना नहीं है। इसका सही मतलब “सर्व धर्म समभाव” होता है, यानी सभी धर्मों को समान सम्मान और सबको न्याय और सभी के साथ बराबरी का व्यवहार करना है। गडकरी मंगलवार को दिल्ली में प्रोफेसर वासुदेव देवनानी की किताब ‘सनातन संस्कृति की अटल दृष्टि’ के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन भी मौजूद थे। गडकरी की 2 बड़ी बातें… गडकरी बोले- ‘नेशन फर्स्ट’ की सोच केवल नारों तक सीमित नहीं हो नितिन गडकरी मंगलवार को ही उदय माहुरकर की किताब ‘माय आइडिया ऑफ नेशन फर्स्ट: रिडिफाइनिंग अनएलॉयड नेशनलिज्म’ लोकार्पण समारोह में संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा- ‘नेशन फर्स्ट’ की सोच केवल नारों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसके लिए देश के इतिहास को ईमानदारी से समझना, व्यवस्था की कमियों को पहचानना और भविष्य की क्षमताएं विकसित करना जरूरी है। गडकरी ने कहा कि आधुनिकीकरण अंधी नकल पर नहीं, बल्कि सभ्यतागत आत्मविश्वास पर आधारित होना चाहिए। इस मौके पर भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल वीजी खंडारे भी मौजूद थे। ——————– ये खबर भी पढ़ें…. केंद्रीय मंत्रियों ने संपत्तियों का ब्योरा दिया:गडकरी के पास 31 साल पुरानी एम्बेसडर कार, जयंत चौधरी ने ₹21 लाख क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किए केंद्रीय मंत्रियों ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपनी संपत्तियों का ब्योरा दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की वेबसाइट पर जारी जानकारी के मुताबिक मंत्रियों के पास क्रिप्टोकरेंसी, सोने-चांदी के जेवर, म्यूचुअल फंड और हथियार जैसी चीजें भी संपत्ति में शामिल हैं। पूरी खबर पढ़ों…
गडकरी बोले- देश में हिंदू-मुस्लिम समस्या की कांग्रेस जिम्मेदार:सेक्युलरिज्म की गलत व्याख्या की; इसका अर्थ धर्मनिरपेक्षता नहीं, ‘सर्व धर्म समभाव’ है


