सहकारिता राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा राज्यपाल:बोले -सहकारिता आंदोलन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ, सहकारिता गाना भी लॉन्च किया

सहकारिता राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा राज्यपाल:बोले -सहकारिता आंदोलन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ, सहकारिता गाना भी लॉन्च किया

हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने कहा कि सहकारिता आंदोलन ने दशकों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने, रोजगार के अवसर बढ़ाने और समाज में एकजुटता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सहकारिता के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। राज्यपाल सेक्टर-5, स्थित यवनिका गार्डन में आयोजित 72वें सहकारिता सप्ताह के राज्य स्तरीय समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस वर्ष यह समारोह सहकारिता एवं स्वदेशी मेला के रूप में आयोजित किया गया। राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष, उनकी पत्नी मित्रा घोष, सहकारिता मंत्री डा. अरविंद शर्मा और उनकी पत्नी डॉ. रीटा शर्मा ने सहकारी समितियों द्वारा स्थापित स्वदेशी उत्पादों के स्टॉलस का अवलोकन किया। सहकारिता गाना भी लॉन्च किया गया। सशक्तिकरण का इंजन कोऑपरेटिव प्रो. घोष ने कहा कि यह आयोजन न केवल सहकारिता आदर्शों को समर्पित सप्ताह के समापन का प्रतीक है, बल्कि भारत के स्वदेशी उत्पादों की शक्ति, समुदायों की रचनात्मकता और हरियाणा की सहकारी संस्थाओं की सामूहिक उपलब्धियों को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कोऑपरेटिव जमीनी स्तर पर सशक्तिकरण का इंजन हैं, जो आपसी सहयोग, सामूहिक जिम्मेदारी और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। राज्यपाल ने कहा कि सहकारिता और स्वदेश मेला केवल उत्पादों की प्रदर्शनी नहीं, बल्कि हजारों परिवारों के साहस, उम्मीदों और रोजमर्रा के प्रयासों की झलक है, जो मिलकर आर्थिक अवसरों का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहां महिलाएं वित्तीय आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, वहीं युवा नवाचार को व्यवसाय में बदल रहे हैं तथा किसान सहकारी संस्थाओं के माध्यम से अपनी आय और उत्पादकता बढ़ा रहे हैं। 25 प्रकार के क्षेत्र में संभावनाएं: डा. अरविंद शर्मा सहकारिता मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि जो पैक्स महज लोन देने का काम करती थी, आज 25 प्रकार के क्षेत्र में अपार संभावनाओं के अवसर बन रही हैं। कैबिनेट मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि सहकारिता महज विचार नहीं है, अपितु यह नवाचार और अनुसंधान के साथ पूरी दुनिया का भविष्य सुरक्षित करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि देश की पहली सहकारिता यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर हरियाणा अलग-अलग कालेज व यूनिवर्सिटीज को जोड़ेगा, ताकि सहकारिता को विस्तार दिया जा सके। ये रहे मौजूद इस अवसर पर हरियाणा राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष अमर पाल राणा, डेयरीफ़ैड के अध्यक्ष राम अवतार गर्ग, मेयर कुलभूषण गोयल, शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश देवीनगर, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार सहकारी समितियां अमरदीप सिंह , हैफ़ेड के प्रबंध निदेशक मुकुल कुमार, डेयरीफ़ैड के प्रबंध निदेशक रोहित यादव, उपायुक्त सतपाल शर्मा, पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता मौजूद रहे।

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