खगरिया जिले के परबत्ता प्रखंड के डुमरिया बुजुर्ग गांव निवासी पूर्व प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। वे लगभग 90 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से परबत्ता, गोगरी और खगड़िया जिले में शोक की लहर दौड़ गई। अखिलेश प्रसाद सिंह को परबत्ता क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्तित्व और जनमानस के संरक्षक के रूप में जाना जाता था। वे सादगीपूर्ण स्वभाव के थे और आम जनता की समस्याओं को समझने में सक्षम थे। लोगों के बीच उनके सहज संपर्क और संघर्ष के समय आगे रहने के स्वभाव ने उन्हें एक आदर्श जन-प्रतिनिधि बनाया। स्थानीय लोग परबत्ता प्रखंड के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद कर रहे हैं। वह पिछले कई दिनों से IGIMS में भर्ती थे। 5 दिसंबर 2025 को परबत्ता के विधायक बाबूलाल सौर्य ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना था। बताया गया कि विधायक सौर्य को देखकर उनके चेहरे पर खुशी झलक उठी थी और उन्होंने इशारों में आशीर्वाद भी दिया था। विधायक सौर्य ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “बाबू अखिलेश प्रसाद सिंह का जाना मेरे व्यक्तिगत के साथ ही साथ प्रखंड की अपूरणीय क्षति है। परबत्ता क्षेत्र ने एक मार्गदर्शक, समाज ने एक सच्चा हितैषी और बुजुर्गों ने अपना संरक्षक खो दिया है।” स्वर्गीय सिंह के पुत्र बिपुल कुमार सिंह ने बताया कि उनके पिता ने जीवन भर समाज सेवा को अपना सबसे बड़ा धर्म माना। उनके कार्यकाल के दौरान परबत्ता प्रखंड में कई जनकल्याणकारी पहलें की गईं, जिससे उन्हें आम जनता के बीच एक सम्मानित स्थान मिला। खगरिया जिले के परबत्ता प्रखंड के डुमरिया बुजुर्ग गांव निवासी पूर्व प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। वे लगभग 90 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से परबत्ता, गोगरी और खगड़िया जिले में शोक की लहर दौड़ गई। अखिलेश प्रसाद सिंह को परबत्ता क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्तित्व और जनमानस के संरक्षक के रूप में जाना जाता था। वे सादगीपूर्ण स्वभाव के थे और आम जनता की समस्याओं को समझने में सक्षम थे। लोगों के बीच उनके सहज संपर्क और संघर्ष के समय आगे रहने के स्वभाव ने उन्हें एक आदर्श जन-प्रतिनिधि बनाया। स्थानीय लोग परबत्ता प्रखंड के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद कर रहे हैं। वह पिछले कई दिनों से IGIMS में भर्ती थे। 5 दिसंबर 2025 को परबत्ता के विधायक बाबूलाल सौर्य ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना था। बताया गया कि विधायक सौर्य को देखकर उनके चेहरे पर खुशी झलक उठी थी और उन्होंने इशारों में आशीर्वाद भी दिया था। विधायक सौर्य ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “बाबू अखिलेश प्रसाद सिंह का जाना मेरे व्यक्तिगत के साथ ही साथ प्रखंड की अपूरणीय क्षति है। परबत्ता क्षेत्र ने एक मार्गदर्शक, समाज ने एक सच्चा हितैषी और बुजुर्गों ने अपना संरक्षक खो दिया है।” स्वर्गीय सिंह के पुत्र बिपुल कुमार सिंह ने बताया कि उनके पिता ने जीवन भर समाज सेवा को अपना सबसे बड़ा धर्म माना। उनके कार्यकाल के दौरान परबत्ता प्रखंड में कई जनकल्याणकारी पहलें की गईं, जिससे उन्हें आम जनता के बीच एक सम्मानित स्थान मिला।


