बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए एक नया और आधुनिक रास्ता अपनाया है। डिजिटल युग की मांग को समझते हुए विभाग अब विदेशी सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स की सेवाएं ले रहा है, जो अपने विशाल फॉलोअर बेस के माध्यम से बिहार के पर्यटन स्थलों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में सहायक होंगे। इस नई रणनीति के तहत विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, मंगोलिया, म्यानमार, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका और थाईलैंड से 18 प्रभावशाली सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर्स का एक दल मंगलवार को राजगीर, नालंदा पहुंचा। यह दल बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों का परिभ्रमण कर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आकर्षक और मौलिक कंटेंट तैयार करेगा। विश्व धरोहर से मुग्ध हुए विदेशी पर्यटक विदेशी पर्यटक दल ने अपनी यात्रा के पहले दिन राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों का व्यापक भ्रमण किया। दल ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर, आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय, रोपवे, विश्व शांति स्तूप और घोड़ा कटोरा जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का अवलोकन किया। परिभ्रमण के दौरान विदेशी कंटेंट क्रिएटर्स ने राजगीर में स्थित विश्व धरोहर स्थलों को देखकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। इन स्थलों की ऐतिहासिक महत्ता और वास्तुकला से प्रभावित होकर उन्होंने तत्काल अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फोटो और वीडियो साझा करना शुरू कर दिया। नालंदा विश्वविद्यालय में विशेष सम्मान नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशी पर्यटक दल का विशेष स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल ने सभी सदस्यों को पारंपरिक अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विदेशी विद्यार्थियों को उपलब्ध सुविधाओं, बहुभाषी शिक्षण व्यवस्था और शैक्षणिक वातावरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डिजिटल ब्रांडिंग: नई सोच, नया दृष्टिकोण पर्यटन विभाग की यह पहल बिहार की पर्यटन नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। विभाग का मानना है कि पारंपरिक विज्ञापन और प्रचार माध्यमों के साथ-साथ सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स की पहुंच का उपयोग करना आज के समय की जरूरत है। ये कंटेंट क्रिएटर्स टेक्स्ट, वीडियो, इमेज और लाइव ब्रॉडकास्ट के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षक सामग्री तैयार करेंगे और बिहार की धरोहर को वैश्विक ट्रेंड में शामिल करने का प्रयास करेंगे। बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए एक नया और आधुनिक रास्ता अपनाया है। डिजिटल युग की मांग को समझते हुए विभाग अब विदेशी सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स की सेवाएं ले रहा है, जो अपने विशाल फॉलोअर बेस के माध्यम से बिहार के पर्यटन स्थलों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में सहायक होंगे। इस नई रणनीति के तहत विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, मंगोलिया, म्यानमार, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका और थाईलैंड से 18 प्रभावशाली सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर्स का एक दल मंगलवार को राजगीर, नालंदा पहुंचा। यह दल बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों का परिभ्रमण कर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आकर्षक और मौलिक कंटेंट तैयार करेगा। विश्व धरोहर से मुग्ध हुए विदेशी पर्यटक विदेशी पर्यटक दल ने अपनी यात्रा के पहले दिन राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों का व्यापक भ्रमण किया। दल ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर, आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय, रोपवे, विश्व शांति स्तूप और घोड़ा कटोरा जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का अवलोकन किया। परिभ्रमण के दौरान विदेशी कंटेंट क्रिएटर्स ने राजगीर में स्थित विश्व धरोहर स्थलों को देखकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। इन स्थलों की ऐतिहासिक महत्ता और वास्तुकला से प्रभावित होकर उन्होंने तत्काल अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फोटो और वीडियो साझा करना शुरू कर दिया। नालंदा विश्वविद्यालय में विशेष सम्मान नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशी पर्यटक दल का विशेष स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल ने सभी सदस्यों को पारंपरिक अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विदेशी विद्यार्थियों को उपलब्ध सुविधाओं, बहुभाषी शिक्षण व्यवस्था और शैक्षणिक वातावरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डिजिटल ब्रांडिंग: नई सोच, नया दृष्टिकोण पर्यटन विभाग की यह पहल बिहार की पर्यटन नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। विभाग का मानना है कि पारंपरिक विज्ञापन और प्रचार माध्यमों के साथ-साथ सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स की पहुंच का उपयोग करना आज के समय की जरूरत है। ये कंटेंट क्रिएटर्स टेक्स्ट, वीडियो, इमेज और लाइव ब्रॉडकास्ट के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षक सामग्री तैयार करेंगे और बिहार की धरोहर को वैश्विक ट्रेंड में शामिल करने का प्रयास करेंगे।


