उपभोक्ता संरक्षण दिवस के अवसर पर कलेक्टोरेट में आम लोगों को घर पर ही खाद्य पदार्थों में मिलावट पहचानने के आसान तरीके बताए गए। खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया कि हल्दी, मिर्च और काली मिर्च की जांच गर्म पानी से की जा सकती है। हल्दी या मिर्च को चम्मच में लेकर गर्म पानी डालने पर यदि रंग बदलता है तो उसमें कृत्रिम रंग की मिलावट होती है। काली मिर्च को गर्म पानी में डालने पर मिलावटी दाने ऊपर तैरने लगते हैं, क्योंकि इसमें पपीते के बीज मिलाए जाते हैं। दूध, दही, पनीर और घी की जांच के लिए मेडिकल स्टोर से मिलने वाला टिंचर आयोडीन उपयोगी बताया गया। खाद्य पदार्थ में टिंचर डालने पर रंग बदलने से मिलावट का पता चलता है। स्टॉल पर यह भी बताया गया कि आयोडीन युक्त नमक को गैस और गर्मी से दूर रखें, क्योंकि गर्मी से उसका आयोडीन नष्ट हो जाता है। कलेक्टोरेट में नापतौल विभाग के स्टॉल पर उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटों में होने वाली गड़बड़ियों से सतर्क किया गया। अधिकारियों ने बताया कि दुकानों पर लगे कांटों की सील जांचना जरूरी है, क्योंकि बिना सील या छेड़छाड़ वाले कांटों से उपभोक्ताओं को कम तौल दिया जा सकता है। तेल मापने वाले बांटों की भी जांच करने की सलाह दी गई। पैक्ड आइटम्स में कम मात्रा की शिकायतें आने पर उपभोक्ता दुकानदार से तौल कराने का अधिकार रखता है। शिकायत के लिए वाट्सएप नंबर 9111322204 जारी किया गया। वहीं खाद्य विभाग में जिला आपूर्ति नियंत्रक चंद्रभान सिंह जादौन ने राशनकार्ड व पात्रता पर्ची कार्यों के लिए सिंगल विंडो केंद्र शुरू किया।


