गोगरी अस्पताल में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन:50 महिलाओं का सफल ऑपरेशन, शीतकाल तक चलेगा अभियान

गोगरी अस्पताल में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन:50 महिलाओं का सफल ऑपरेशन, शीतकाल तक चलेगा अभियान

खगड़िया जिले के गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार को परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 50 महिलाओं का सफल ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चली। चिकित्सा पदाधिकारियों ने बताया कि यह अभियान पूरे शीतकाल तक जारी रहेगा। यह ऑपरेशन 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले एक विशेष शिविर के तहत किया गया है। इस दौरान महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जा रहा है और महिला नसबंदी की सुविधा प्रदान की जा रही है। अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश और महिला डॉक्टर शोभा रानी ने बताया कि सफल नसबंदी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आशा और एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रखंड के सभी पंचायतों में जाकर महिलाओं को पहले से जानकारी देते हैं। इसके बाद अस्पताल में शिविर लगाकर नसबंदी की जाती है। नसबंदी से पहले डॉक्टरों द्वारा सभी महिलाओं की विशेष रूप से सभी प्रकार की जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने और संतुष्टि मिलने के बाद ही बंध्याकरण का कार्य किया जाता है। डॉक्टर शोभा रानी ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए यह जांच आवश्यक है। बंध्याकरण के बाद महिलाओं को दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें एक दिन के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश ने बताया कि यह अभियान पूरे शीतकालीन में जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा सकें। खगड़िया जिले के गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार को परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 50 महिलाओं का सफल ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चली। चिकित्सा पदाधिकारियों ने बताया कि यह अभियान पूरे शीतकाल तक जारी रहेगा। यह ऑपरेशन 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले एक विशेष शिविर के तहत किया गया है। इस दौरान महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जा रहा है और महिला नसबंदी की सुविधा प्रदान की जा रही है। अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश और महिला डॉक्टर शोभा रानी ने बताया कि सफल नसबंदी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आशा और एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रखंड के सभी पंचायतों में जाकर महिलाओं को पहले से जानकारी देते हैं। इसके बाद अस्पताल में शिविर लगाकर नसबंदी की जाती है। नसबंदी से पहले डॉक्टरों द्वारा सभी महिलाओं की विशेष रूप से सभी प्रकार की जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने और संतुष्टि मिलने के बाद ही बंध्याकरण का कार्य किया जाता है। डॉक्टर शोभा रानी ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए यह जांच आवश्यक है। बंध्याकरण के बाद महिलाओं को दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें एक दिन के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश ने बताया कि यह अभियान पूरे शीतकालीन में जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा सकें।  

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