भास्कर न्यूज | सुपौल जिला मुख्यालय स्थित सुपौल इंजीनियरिंग कॉलेज में रविवार को 25 बैच के विद्यार्थियों के लिए पेरेंट्स-फैकल्टी मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावकों की उपस्थिति रही। साथ ही कॉलेज के सभी विभागों के शिक्षक एवं प्रशासनिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक प्रगति, अनुशासन, व्यवहार एवं कैरियर-उन्मुख तैयारी पर समन्वित चर्चा स्थापित करना था। बैठक का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ अच्युतानंद मिश्रा द्वारा स्वागत संबोधन के साथ किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने तकनीकी शिक्षा के आधुनिक स्वरूप, प्रोजेक्ट-आधारित लर्निंग एवं प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में विद्यार्थियों के कौशल-विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इसके बाद विभागीय फैकल्टी सदस्यों ने अभिभावकों के साथ व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से संवाद किया। इसमें कक्षा उपस्थिति, सेमेस्टर प्रदर्शन, प्रयोगशाला कार्य, आगामी परीक्षाएं एवं प्रशिक्षण-प्लेसमेंट संबंधी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। अभिभावकों ने संस्था की शैक्षणिक नीति, अनुशासन, शिक्षण विधियों और तकनीकी सुविधाओं को लेकर अपनी राय व सुझाव साझा किए। कॉलेज प्रशासन ने सभी सुझावों को सकारात्मक रूप से स्वीकारते हुए विद्यार्थियों के हित में निरंतर सुधार करने की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही भविष्य में भी अभिभावकों और कॉलेज के बीच सतत संवाद बनाए रखने के संकल्प के साथ बैठक समाप्त हुई। भास्कर न्यूज | सुपौल जिला मुख्यालय स्थित सुपौल इंजीनियरिंग कॉलेज में रविवार को 25 बैच के विद्यार्थियों के लिए पेरेंट्स-फैकल्टी मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावकों की उपस्थिति रही। साथ ही कॉलेज के सभी विभागों के शिक्षक एवं प्रशासनिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक प्रगति, अनुशासन, व्यवहार एवं कैरियर-उन्मुख तैयारी पर समन्वित चर्चा स्थापित करना था। बैठक का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ अच्युतानंद मिश्रा द्वारा स्वागत संबोधन के साथ किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने तकनीकी शिक्षा के आधुनिक स्वरूप, प्रोजेक्ट-आधारित लर्निंग एवं प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में विद्यार्थियों के कौशल-विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इसके बाद विभागीय फैकल्टी सदस्यों ने अभिभावकों के साथ व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से संवाद किया। इसमें कक्षा उपस्थिति, सेमेस्टर प्रदर्शन, प्रयोगशाला कार्य, आगामी परीक्षाएं एवं प्रशिक्षण-प्लेसमेंट संबंधी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। अभिभावकों ने संस्था की शैक्षणिक नीति, अनुशासन, शिक्षण विधियों और तकनीकी सुविधाओं को लेकर अपनी राय व सुझाव साझा किए। कॉलेज प्रशासन ने सभी सुझावों को सकारात्मक रूप से स्वीकारते हुए विद्यार्थियों के हित में निरंतर सुधार करने की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही भविष्य में भी अभिभावकों और कॉलेज के बीच सतत संवाद बनाए रखने के संकल्प के साथ बैठक समाप्त हुई।


