सीवान में नए DM ने गुलदस्ते पर लगाई रोक:पदभार ग्रहण के समय देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का नाम लेने में हुई गलती

सीवान में नए DM ने गुलदस्ते पर लगाई रोक:पदभार ग्रहण के समय देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का नाम लेने में हुई गलती

नई जिम्मेदारी संभालने पहुंचे 38वें जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रये का पदभार ग्रहण समारोह गुरुवार को चर्चा का केंद्र बन गया। समाहरणालय पहुंचते ही जिले के वरीय अधिकारियों ने परंपरा के मुताबिक गुलदस्ता भेंट कर स्वागत करने का प्रयास किया, लेकिन नवपदस्थापित डीएम अचानक नाराज हो गए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आगे से किसी भी तरह का गुलदस्ता प्रस्तुत न किया जाए। इसके बदले पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधा भेंट करने की परंपरा अपनाई जाए। साथ ही सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी को इस संबंध में तत्काल एडवाइजरी जारी करने का आदेश दिया। DM विवेक रंजन मैत्रये को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया इसके बाद डीएम विवेक रंजन मैत्रये को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और वे सीधे कार्यालय पहुंचे, जहाँ निवर्तमान जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने उन्हें आधिकारिक रूप से प्रभार सौंपा। मीडिया से बातचीत में डॉ. आदित्य प्रकाश ने कहा कि जिले में समन्वय की कभी कोई कमी नहीं रही। सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और जनता के सहयोग से शांतिपूर्ण व ऐतिहासिक चुनाव सम्पन्न हुआ। उन्होंने सीवान वासियों के प्रति मिले प्रेम और समर्थन के लिए आभार भी व्यक्त किया। प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का नाम लेने में हुई गलती लेकिन पदभार ग्रहण के दौरान एक रोचक स्थिति भी सामने आई। जिले के निवासी और देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का उल्लेख करते हुए नवपदस्थापित डीएम उनका नाम ही भूल बैठे। पहले उन्हें ‘राजेन्द्र साहब’ और फिर ‘राजेन्द्र कुमार सिंह’ कहकर संबोधित कर दिया, जिसे लेकर अधिकारियों और मीडिया के बीच फुसफुसाहट शुरू हो गई। हालांकि उन्होंने बाद में अपना रुख संभालते हुए जिले की विरासत और ऐतिहासिक महत्त्व को समझने की बात कही। जिले में समन्वय की कोई कमी नहीं मीडिया से बातचीत में डीएम विवेक रंजन मैत्रये ने कहा कि निवर्तमान डीएम द्वारा दी गई संक्षिप्त जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि जिले में समन्वय की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व से चल रहे विकास कार्यों की गति को और तेज किया जाएगा। साथ ही विधि-व्यवस्था सुधार, अपराध नियंत्रण और सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारना उनकी प्राथमिकता होगी। नए डीएम के पहले दिन ही सख्त प्रशासनिक कार्यशैली और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्ध रुख का संदेश साफ दिखाई दिया। नई जिम्मेदारी संभालने पहुंचे 38वें जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रये का पदभार ग्रहण समारोह गुरुवार को चर्चा का केंद्र बन गया। समाहरणालय पहुंचते ही जिले के वरीय अधिकारियों ने परंपरा के मुताबिक गुलदस्ता भेंट कर स्वागत करने का प्रयास किया, लेकिन नवपदस्थापित डीएम अचानक नाराज हो गए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आगे से किसी भी तरह का गुलदस्ता प्रस्तुत न किया जाए। इसके बदले पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधा भेंट करने की परंपरा अपनाई जाए। साथ ही सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी को इस संबंध में तत्काल एडवाइजरी जारी करने का आदेश दिया। DM विवेक रंजन मैत्रये को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया इसके बाद डीएम विवेक रंजन मैत्रये को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और वे सीधे कार्यालय पहुंचे, जहाँ निवर्तमान जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने उन्हें आधिकारिक रूप से प्रभार सौंपा। मीडिया से बातचीत में डॉ. आदित्य प्रकाश ने कहा कि जिले में समन्वय की कभी कोई कमी नहीं रही। सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और जनता के सहयोग से शांतिपूर्ण व ऐतिहासिक चुनाव सम्पन्न हुआ। उन्होंने सीवान वासियों के प्रति मिले प्रेम और समर्थन के लिए आभार भी व्यक्त किया। प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का नाम लेने में हुई गलती लेकिन पदभार ग्रहण के दौरान एक रोचक स्थिति भी सामने आई। जिले के निवासी और देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का उल्लेख करते हुए नवपदस्थापित डीएम उनका नाम ही भूल बैठे। पहले उन्हें ‘राजेन्द्र साहब’ और फिर ‘राजेन्द्र कुमार सिंह’ कहकर संबोधित कर दिया, जिसे लेकर अधिकारियों और मीडिया के बीच फुसफुसाहट शुरू हो गई। हालांकि उन्होंने बाद में अपना रुख संभालते हुए जिले की विरासत और ऐतिहासिक महत्त्व को समझने की बात कही। जिले में समन्वय की कोई कमी नहीं मीडिया से बातचीत में डीएम विवेक रंजन मैत्रये ने कहा कि निवर्तमान डीएम द्वारा दी गई संक्षिप्त जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि जिले में समन्वय की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व से चल रहे विकास कार्यों की गति को और तेज किया जाएगा। साथ ही विधि-व्यवस्था सुधार, अपराध नियंत्रण और सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारना उनकी प्राथमिकता होगी। नए डीएम के पहले दिन ही सख्त प्रशासनिक कार्यशैली और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्ध रुख का संदेश साफ दिखाई दिया।  

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