लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को महाराष्ट्र के सतारा जिले में खुदकुशी करने वाली 28 साल की महिला डॉक्टर के परिवार से फोन पर बात की। उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने का पूरा समर्थन देने का वादा किया।
परिवार ने की SIT की मांग
परिवार ने राहुल गांधी से विशेष जांच दल (SIT) बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि घटना को एक हफ्ता हो चुका है और सबूत नष्ट हो सकते हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल परिवार से मिलने उनके गांव बीड़ जिले के कवडगांव पहुंचे थे। उसी फोन से राहुल गांधी ने डॉक्टर के माता-पिता और भाई-बहनों से बात की और SIT गठन के लिए सरकार पर दबाव डालने का आश्वासन दिया।
राहुल गांधी ने भाजपा पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने इस मामले में भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, डॉक्टर की मौत भाजपा सरकार के अमानवीय और संवेदनहीन चेहरे को उजागर करती है। ‘हम न्याय की इस लड़ाई में पीड़ित परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत की हर बेटी के लिए – अब डर नहीं, न्याय चाहिए।’
क्या था पूरा मामला?
23 अक्टूबर की रात को डॉक्टर को सतारा के फलटण शहर में एक होटल के कमरे में मृत पाया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह फांसी से दम घुटना बताया गया, यानी खुदकुशी बताया जा रहा है। डॉक्टर ने अपनी हथेली पर लिखे नोट में आरोप लगाया कि पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने ने उन्हें कई बार बलात्कार किया, जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बंकर ने मानसिक प्रताड़ना दी। दोनों आरोपियों को 25 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक होटल के कमरे में जबरदस्ती घुसने के कोई निशान नहीं थे, यानी मौत के समय कोई और मौजूद नहीं था।
परिवार की शिकायत
परिवार का दावा है कि डॉक्टर की मौत के बाद उनके फोन से जरूरी डेटा डिलीट कर दिया गया। उनके चाचा ने कहा कि फोन को मृत डॉक्टर की उंगली का फिंगरप्रिंट इस्तेमाल कर अनलॉक किया गया, जिससे अहम जानकारी मिटा दी गई।


