अंता उपचुनाव- कांग्रेस के लिए मुसीबत ‘नरेश मीणा’ फैक्टर:बीजेपी में पूर्व मंत्री को टिकट नहीं देने की नाराजगी, वोटर्स बोले- हर बार बाहरी प्रत्याशी क्यों?

अंता उपचुनाव- कांग्रेस के लिए मुसीबत ‘नरेश मीणा’ फैक्टर:बीजेपी में पूर्व मंत्री को टिकट नहीं देने की नाराजगी, वोटर्स बोले- हर बार बाहरी प्रत्याशी क्यों?

राजस्थान की अंता (बारां) विधानसभा सीट पर उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के कारण मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर चुनावी माहौल गर्म है, पर ग्राउंड जीरो पर बड़े नेताओं ने दूरी बना रखी है। वोटर्स में चुनावी नारों से ज्यादा नाराजगी की गूंज सुनाई दे रही है। वोटर्स कह रहे हैं- हर बार बाहरी प्रत्याशी क्यों लाते हैं…कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया, बीजेपी के मोरपाल सुमन और नरेश मीणा, तीनों ही अंता के लोकल नहीं हैं। दैनिक भास्कर की टीम हवा का रुख जानने अंता पहुंची। ग्रामीण वोटर्स की तादाद ज्यादा है। इसलिए हमने अलग-अलग गांवों में जाकर वोटर्स से बात की। इसके बाद शहर के वोटर्स का भी मन टटोलने की कोशिश की। पढ़िए ये रिपोर्ट… 5 पॉइंट्स में समझिए अंता सीट के रुझान 1. वोट नहीं देंगे… जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा
हमारा सफर शुरू हुआ गणेशपुरा गांव से। गांव के बाहर एक बड़ा पोस्टर टंगा था- ‘गणेशपुरा गांव मतदान का बहिष्कार करता है।’ गांव वालों ने पानी से भरा गड्ढा दिखाते हुए इसका कारण बताया। बोले- हम यहीं अंतिम संस्कार करते हैं। चुनाव होता है, नेता आते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, पर श्मशान घाट का वादा हर बार भूल जाते हैं। सुरेन्द्र (35) ने कहा कि कई बार लिखित में भी दे चुके हैं, फिर भी कोई नहीं सुनता। बुजुर्ग नंदलाल कहते हैं- सालों से सुनते आ रहे हैं कि सड़क बनेगी, पानी आएगा, स्कूल ठीक होगा… पर कुछ नहीं हुआ। इस बार वोट नहीं देंगे जब तक नेता लिखित में नहीं दें कि काम होंगे। गांव के अंदर दाखिल हुए तो सामने दो छोटी बच्चियां कंधे पर बस्ता टांगे नंगे पैर कीचड़ से जाती दिखीं। 9 साल की सौम्या कहती है- रोज ऐसे ही कीचड़ के बीच से स्कूल जाना पड़ता है। दूसरी बच्ची अक्षिता ने बताया- हम कई बार बीमार पड़ते हैं तो गांव में इलाज भी नहीं मिलता। पड़ोस के बड़गांव जाना पड़ता है। 2. बाहरी प्रत्याशी होने की नाराजगी, लोग बोले- हमें चाहिए नया चेहरा
हमारा अगला पड़ाव था सिंदपुरी गांव। यहां लोगों में नाराजगी तो है, लेकिन निराशा नहीं। एक युवक ने कहा- गांव में कुछ काम हुए हैं, पर अब हम नया चेहरा चाहते हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों को बार-बार मौका दिया, अब किसी नए चेहरे को आजमाएंगे। कई लोगों ने कहा- हम निर्दलीय को वोट करेंगे। हालांकि लोगों में बाहरी प्रत्याशी को लेकर नाराजगी भी है। गांव के जगदीश मीणा बोले- अंता में क्यों हर बार बाहरी प्रत्याशी लाते हैं? यहां का कोई नहीं बचा क्या? बीजेपी के मोरपाल सुमन, प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय ताल ठोक रहे नरेश मीणा, तीनों ही प्रत्याशी बारां के रहने वाले हैं। 3. वोटर बोले- मुकाबला त्रिकोणीय, लेकिन बीजेपी के नए प्रत्याशी से शायद गेम बदल जाए
काशीपुरा गांव की शुरुआत में एक छोटा मंदिर और पास में बैठे कुछ लोग मिले। उनमें से एक वोटर रामेश्वर ने कहा- यहां त्रिकोणीय मुकाबला लग रहा है। बीजेपी ने इस बार नए प्रत्याशी (मोरपाल सुमन) पर दांव खेला है, शायद सीट निकल जाएगी। कई लोगों ने विकास को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा- 20 साल से कोई नहीं सुन रहा। स्कूल की दीवारें गिर रही हैं, मास्टर आते नहीं। फिर भी उम्मीद है कि शायद इस बार कुछ बदलेगा। 4. वोटर ने कहा- बीजेपी ने गलती कर दी
रातडिया गांव में एंट्री करते ही झोपड़ीनुमा चाय की थड़ी में बैठे 70 वर्षीय घनश्याम मिले। उन्होंने कहा- मैं तो 20 साल से बीजेपी का रहा, पर इस बार नाराज हूं। हमेशा पूरे दमखम से लड़ा हूं बीजेपी के लिए। लेकिन अबकी बार सब बदल गया है। प्रभुलाल सैनी को टिकट नहीं दिया। वो पुराने नेता हैं, सबको जानते हैं। अगर उन्हें उतारा होता, तो सीट निकल जाती। पास ही मंदिर में पूजा कर रहे पंडित सुरेन्द्र गौतम भी घनश्याम की बात से सहमत नजर आए। वे बोले- इस बार टक्कर प्रमोद जैन भाया और नरेश मीणा की लग रही है। हम बीजेपी को वोट करते हैं, लेकिन इस बार नाराज हैं। बीजेपी ने इस बार गलती कर दी। प्रभुलाल को टिकट मिल जाता तो वसुंधरा जी का साथ भी दिखता और जनता का भरोसा भी। 5. शहरी वोटर्स बोले- तीनों मजबूत
अंता निवासी हंसराज ने कहा- इस बार माहौल कुछ खास नजर नहीं आ रहा, लेकिन लोग मतदान को लेकर जागरूक हैं। यहां मुकाबला त्रिकोणीय है, इसलिए अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। तीनों ही उम्मीदवार मजबूत दिखाई दे रहे हैं। हमारी यहां कई समस्याएं हैं- सड़कें खराब हैं, बरसात के पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है, शिकायत करते हैं तो सुनवाई नहीं होती। जो भी हमारी बातें सुनेगा और काम करेगा, उसी को हमारा वोट जाएगा। गृहिणी सुनीता ने बताया- सभी प्रत्याशी घर-घर आकर वोट मांग रहे हैं, हम उन्हें अपनी समस्याएं भी बता रहे हैं और वे आश्वासन दे रहे हैं। अभी कहना मुश्किल है कि कौन जीतेगा, क्योंकि इस बार केवल बीजेपी और कांग्रेस ही नहीं, बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी भी मजबूत हैं। मुकाबला तीनों के बीच ही रहेगा। मैं तो बस यही चाहती हूं कि जो भी जीते, वह महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान दे। सीट के सियासी समीकरण : कांग्रेस के बागी नरेश मीणा पहुंचा सकते हैं नुकसान
इस सीट पर दो बार बीजेपी और दो बार कांग्रेस जीत दर्ज कर चुकी है। कांग्रेस की तरफ से मैदान में प्रमोद जैन भाया हैं। भाया इस सीट से दो बार चुनाव जीत चुके हैं। वहीं बीजेपी ने मोरपाल सुमन को टिकट दिया है। तीसरा चेहरा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा का है। नरेश मीणा कांग्रेस के बागी नेता हैं। दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं ने बनाई दूरी
नामांकन के बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं ने अब तक अंता में कोई बड़ी रैली नहीं की है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस समय बिहार चुनाव में व्यस्त हैं, इसलिए वे अंता नहीं पहुंचे। सचिन पायलट ने भी इस उपचुनाव से दूरी बना रखी है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया के समर्थन में पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल सक्रिय हैं। गांव-गांव जाकर वोट मांग रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन के पक्ष में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, चुनाव प्रभारी दुष्यंत सिंह, मंत्री ओटाराम देवासी, मंत्री जोराराम कुमावत, अनीता भदेल और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ जैसे नेता प्रचार में जुटे हुए हैं। अब तक वसुंधरा राजे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी जैसे वरिष्ठ नेता अंता नहीं पहुंचे हैं। तीनों प्रत्याशियों की क्या ताकत, क्या कमजोरी है, आइए जानते हैं अंता में इसलिए हो रहा है उपचुनाव
बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह सीट बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई है। 2005 में उप सरपंच चुनाव के दौरान कंवरलाल मीणा पर एसडीएम पर पिस्तौल तानने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में तीन साल की सजा सुनाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट में अपील खारिज होने के बाद उन्होंने मनोहर थाना कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। इसके चलते 1 मई 2025 को उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई। अंता विधानसभा क्षेत्र में 1 अक्टूबर 2025 तक कुल 2,27,563 मतदाता रंजिस्टर्ड हैं। इनमें 1,16,405 पुरुष, 1,11,154 महिलाएं और 4 अन्य मतदाता शामिल हैं।

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