पूर्णिया में पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और भोजपुरी सिंगर लोकसभा सांसद मनोज तिवारी की जनसभा है। एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी विधायक विजय खेमका के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा में शामिल होंगे। जनसभा रानीपतरा के मॉडर्न स्कूल रानीपतरा के प्ले ग्राउंड में होगी। चुनावी रैली के जरिए दोनों स्टार प्रचारकों की ये कोशिश होगी कि सदर सीट पर कायम एंटी इनकंबेंसी को कम किया जाए, साथ ही एनडीए के कैडर वोटरों को दोबारा से एक खेमे में समेटा जाए। भाजपा के स्टार प्रचारक लोकसभा सांसद मनोज तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति दोपहर करीब 2 बजे चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। सवर्ण, पिछड़ा अतिपिछड़ा, SC-ST वोटरों को साधने की तैयारी होगी। केंद्र और राज्य सरकारी की योजनाओं के जरिए कैडर वोटरों को गोलबंद किया जाए। इस पर फोकस रहेगा। चुनावी जनसभा को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभा स्थल से गुजरने वाले रोड पर ट्रैफिक और जाम की समस्या न बने इसके लिए विशेष तैयारी की गई है। भारी पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। पूर्णिया सदर जिले की हॉट सीट में से एक है। इस सीट से भाजपा के वर्तमान विधायक विजय खेमका और महागठबंधन से कांग्रेस के उम्मीदवार जितेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं। ABVP और RSS विंग में गहरी पैठ भाजपा ने पूर्णिया सदर से दो टर्म से विधायक विजय खेमका(61) को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है। विजय खेमका वैश्य समाज से आते हैं। स्वच्छ छवि के जनप्रतिनिधि हैं। सदर में वैश्य वोटरों की बड़ी तादाद है, इन वोटरों पर इनकी पकड़ है। विजय खेमका लगातार दो टर्म 2015 और 2020 से विधायक हैं। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बेहद करीबी रहे हैं। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के अलावा बीजेपी के कई केंद्रीय मंत्रियों से गहरे संबंध हैं। ABVP और RSS विंग में भी गहरी पैठ है। इलाके में इनके खिलाफ भारी एंटी इनकंबेंसी है। बावजूद इन्हें टिकट मिला, इसके पीछे एक बड़ा कारण वैश्य बहुल और स्वर्ण बहुल सदर विधानसभा में वोटरों के बीच गहरी पकड़ और बीजेपी के बड़े नेताओं से गहरे संबंध हैं। राजनीतिक सफर 2015 : बीजेपी के विजय खेमका ने कांग्रेस की इंदू सिन्हा को 59 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया। 2020 : विजय कुमार खेमका ने दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार इंदु सिन्हा को 32,154 वोटों के अंतर से शिकस्त दी। पूर्णिया में पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और भोजपुरी सिंगर लोकसभा सांसद मनोज तिवारी की जनसभा है। एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी विधायक विजय खेमका के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा में शामिल होंगे। जनसभा रानीपतरा के मॉडर्न स्कूल रानीपतरा के प्ले ग्राउंड में होगी। चुनावी रैली के जरिए दोनों स्टार प्रचारकों की ये कोशिश होगी कि सदर सीट पर कायम एंटी इनकंबेंसी को कम किया जाए, साथ ही एनडीए के कैडर वोटरों को दोबारा से एक खेमे में समेटा जाए। भाजपा के स्टार प्रचारक लोकसभा सांसद मनोज तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति दोपहर करीब 2 बजे चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। सवर्ण, पिछड़ा अतिपिछड़ा, SC-ST वोटरों को साधने की तैयारी होगी। केंद्र और राज्य सरकारी की योजनाओं के जरिए कैडर वोटरों को गोलबंद किया जाए। इस पर फोकस रहेगा। चुनावी जनसभा को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभा स्थल से गुजरने वाले रोड पर ट्रैफिक और जाम की समस्या न बने इसके लिए विशेष तैयारी की गई है। भारी पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। पूर्णिया सदर जिले की हॉट सीट में से एक है। इस सीट से भाजपा के वर्तमान विधायक विजय खेमका और महागठबंधन से कांग्रेस के उम्मीदवार जितेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं। ABVP और RSS विंग में गहरी पैठ भाजपा ने पूर्णिया सदर से दो टर्म से विधायक विजय खेमका(61) को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है। विजय खेमका वैश्य समाज से आते हैं। स्वच्छ छवि के जनप्रतिनिधि हैं। सदर में वैश्य वोटरों की बड़ी तादाद है, इन वोटरों पर इनकी पकड़ है। विजय खेमका लगातार दो टर्म 2015 और 2020 से विधायक हैं। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बेहद करीबी रहे हैं। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के अलावा बीजेपी के कई केंद्रीय मंत्रियों से गहरे संबंध हैं। ABVP और RSS विंग में भी गहरी पैठ है। इलाके में इनके खिलाफ भारी एंटी इनकंबेंसी है। बावजूद इन्हें टिकट मिला, इसके पीछे एक बड़ा कारण वैश्य बहुल और स्वर्ण बहुल सदर विधानसभा में वोटरों के बीच गहरी पकड़ और बीजेपी के बड़े नेताओं से गहरे संबंध हैं। राजनीतिक सफर 2015 : बीजेपी के विजय खेमका ने कांग्रेस की इंदू सिन्हा को 59 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया। 2020 : विजय कुमार खेमका ने दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार इंदु सिन्हा को 32,154 वोटों के अंतर से शिकस्त दी।


