बंगाल की खाड़ी से उठे साइक्लोन ‘मोन्था’ का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। पटना में गुरुवार देर रात से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज राजधानी समेत 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं अगले 24 घंटे में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इस दाैरान हवा की रफ्तार 65 Km/h रह सकती है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन यानी 2 नवंबर तक बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद पूरे बिहार में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, रात में ठंड बढ़ेगी। गुरुवार को पटना समेत 12 जिलों में रुक-रुककर बारिश होती रही। वहीं, बक्सर, बेतिया, भोजपुर, किशनगंज में तेज बारिश हुई। जिसके बाद बिहार के अधिकतम तापमान में 6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। उधर, नेपाल में चक्रवात ‘मोन्था’ के असर से लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। नेपाली मौसम विभाग ने 26 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया है। इससे एक बार फिर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बिहार में ठंड बढ़ने के संकेत मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का यह दौर खत्म होने के बाद कुछ दिनों तक हल्की नमी बनी रह सकती है। तापमान में थोड़ा इजाफा होगा। हालांकि, नवंबर के पहले सप्ताह से ठंड धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगेगी। हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी होते ही रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और राज्य में शीतलहर का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। चुनावी प्रचार पर पड़ा असर ‘मोन्था’ का प्रभाव अब सिर्फ मौसम तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार के चुनावी माहौल पर भी दिखाई देने लगा है। लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण कई बड़े नेताओं की सभाएं रद्द करनी पड़ीं। सारण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभाएं बुधवार को स्थगित करनी पड़ीं। दोनों की रैलियां छपरा उमधा और परसा में निर्धारित थीं, लेकिन भारी वर्षा और जलजमाव के कारण आयोजन संभव नहीं हो सका। वहीं, भभुआ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण उतर नहीं सका, जिसके चलते उनकी सभा भी रद्द करनी पड़ी। इससे राजनीतिक दलों की प्रचार रणनीति प्रभावित हुई है। कई जिलों में उम्मीदवारों को अपने कार्यक्रम रद्द या स्थगित करने पड़े हैं। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें, बिजली गिरने के दौरान पेड़ों या खंभों के नीचे शरण न लें, और मौसम के ताजा अपडेट पर ध्यान दें। प्रशासन को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। मौसम से जुड़ी कुछ तस्वीरें…. बंगाल की खाड़ी से उठे साइक्लोन ‘मोन्था’ का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। पटना में गुरुवार देर रात से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज राजधानी समेत 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं अगले 24 घंटे में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इस दाैरान हवा की रफ्तार 65 Km/h रह सकती है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन यानी 2 नवंबर तक बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद पूरे बिहार में मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, रात में ठंड बढ़ेगी। गुरुवार को पटना समेत 12 जिलों में रुक-रुककर बारिश होती रही। वहीं, बक्सर, बेतिया, भोजपुर, किशनगंज में तेज बारिश हुई। जिसके बाद बिहार के अधिकतम तापमान में 6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। उधर, नेपाल में चक्रवात ‘मोन्था’ के असर से लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। नेपाली मौसम विभाग ने 26 जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया है। इससे एक बार फिर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बिहार में ठंड बढ़ने के संकेत मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का यह दौर खत्म होने के बाद कुछ दिनों तक हल्की नमी बनी रह सकती है। तापमान में थोड़ा इजाफा होगा। हालांकि, नवंबर के पहले सप्ताह से ठंड धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगेगी। हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी होते ही रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और राज्य में शीतलहर का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। चुनावी प्रचार पर पड़ा असर ‘मोन्था’ का प्रभाव अब सिर्फ मौसम तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार के चुनावी माहौल पर भी दिखाई देने लगा है। लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण कई बड़े नेताओं की सभाएं रद्द करनी पड़ीं। सारण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभाएं बुधवार को स्थगित करनी पड़ीं। दोनों की रैलियां छपरा उमधा और परसा में निर्धारित थीं, लेकिन भारी वर्षा और जलजमाव के कारण आयोजन संभव नहीं हो सका। वहीं, भभुआ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण उतर नहीं सका, जिसके चलते उनकी सभा भी रद्द करनी पड़ी। इससे राजनीतिक दलों की प्रचार रणनीति प्रभावित हुई है। कई जिलों में उम्मीदवारों को अपने कार्यक्रम रद्द या स्थगित करने पड़े हैं। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें, बिजली गिरने के दौरान पेड़ों या खंभों के नीचे शरण न लें, और मौसम के ताजा अपडेट पर ध्यान दें। प्रशासन को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। मौसम से जुड़ी कुछ तस्वीरें….


