फिल्लौर के सस्पेंड किए गए SHO भूषण कुमार के खिलाफ कई संगठन उतर आए हैं। लोक इंसाफ मोर्चा के जरनैल सिंह ने SHO पर पोस्को एक्ट लगाकर गिरफ्तारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि SHO साबित करें कि उन्होंने कब उनसे 1 करोड़ रुपए मांगे हैं।
इसके साथ ही SHO के उन फोन कॉल की भी जांच होनी चाहिए जिनके जरिए उन्होंने ये दावा किया था कि उनको पाकिस्तान से थ्रेट कॉल करवाए गए हैं। लोक इंसाफ मोर्चा सहित कई किसान संगठनों ने इसे लेकर फिल्लौर में मीटिंग की।
बता दें कि SHO भूषण कुमार पर महिलाओं से गलत तरीके से बात करे और छूने के आरोप लगे हैं। इस मामले में SHO को FIR दर्ज कर सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि SHO भूषण कुमार ने भी वीडियो जारी कर लोक इंसाफ मोर्चा के जरनैल सिंह के खिलाफ पैसा मांगने और पाकिस्तानी एजेंसियों से मिले होने के आरोप लगाए हैं। तुरंत मामला दर्ज कर जेल भेजा जाए SHO
SHO भूषण कुमार के कथित अत्याचारों की शिकार हुई महिलाओं के समर्थन में अब किसान, मजदूर, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक संगठन एकजुट हो गए हैं। इन संगठनों और गांवों के पंचों-सरपंचों ने पीड़िताओं के हक में डटकर खड़े होने का ऐलान किया है। इन संगठनों की बैठक में मांग की गई कि सस्पेंड किए SHO भूषण कुमार पर तुरंत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। झूठी बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
बैठक में शामिल विभिन्न संगठनों के नेताओं ने पुलिस प्रशासन की शह पर पूर्व SHO पर संघर्ष कर रहे लोगों को रोकने और बदनाम करने के लिए ‘झूठी बयानबाजी’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की बयानबाजी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पोस्को एक्ट और गिरफ्तारी की मांग, बड़े आंदोलन की तैयारी
नेताओं ने कहा कि पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने, SHO पर नियमानुसार कार्रवाई करने, उन पर पोस्को (POSCO) एक्ट लगाने और उनकी तुरंत गिरफ्तारी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। इस संघर्ष की अगली कड़ी के रूप में, आने वाले समय में पंजाब के सभी बड़े संगठनों को साथ लेकर एक विशाल बैठक की जाएगी और फिल्लौर में एक बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी। इसकी तैयारी के लिए गांव-गांव जाकर जनसंपर्क और लामबंदी की जाएगी। पंजाब स्तर पर संघर्ष की चेतावनी
मीटिंग में पंजाब के बड़े किसान संगठनों ने भी संदेश भेजा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस संघर्ष को पंजाब स्तर पर बड़े लड़ा जाएगा। उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि संघर्ष कर रहे लोगों के खिलाफ कोई भी कदम उठाने की कोशिश की गई, तो पूरा पंजाब फिल्लौर संघर्ष में उतर आएगा। नेताओं ने स्पष्ट किया कि इस तरह की पुलिस ‘गुंडागर्दी’ को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


