Dungarpur Crime : डूंगरपुर में चौरासी थाना क्षेत्र के बेड़सा गांव में कुछ दिनों पहले गांव में सड़क किनारे शव मिलने के मामले में सोमवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतक के भाई सहित तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी रमेश कटारा ने बताया कि बेडसा उमरिया फला निवासी धना पुत्र गागजी ननोमा ने थाने में रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया कि उसके बेटे कल्पेश का शव 19 अक्टूबर की सुबह सड़क पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्जकर छानबीन के दौरान सोमवार को बेड़सा के रणछोड पुत्र धना ननोमा, हरीश पुत्र जगन्नाथ ननोमा व मुकेश पुत्र देवजी ननोमा को गिरफ्तार किया है।
कल्पेश को आज जिंदा नही छोड़ना है…
थानाधिकारी रमेश कटारा ने बताया कि पुलिस ने मुकेश, रणछोड़ व हरीश से पूछताछ की तो, उन्होंने बताया कि मृतक कल्पेश, मुकेश, रणछोड़ व हरीश चारों शराब के ठेके पर बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान चारों में शराब पीने व पिलाने के नाम पर विवाद हो गया। इस पर कल्पेश वहां से चला गया। इसके बाद मुकेश, रणछोड व हरीश कहने लगे की कल्पेश अहमदाबाद से रुपए कमा कर लाया है। इसके बाद भी शराब नहीं पिला रहा है और वह लड़ाई- झगड़ा कर रहा है। इसलिए कल्पेश को आज जिंदा नही छोड़ना, ऐसा कहते हुए तीनों ने कल्पेश को मारने का षडयंत्र बनाया।
कल्पेश के सिर पर मारा लोहे का सरिया
कल्पेश अपने घर जा रहा था। पीछे-पीछे मुकेश भी जाने लगा। मुकेश ने कल्पेश को रोका और उसके साथ मारपीट करने लगा। इस दौरान हरीश व कल्पेश का भाई रणछोड़ भी मोटर साइकिल लेकर आ गए और वे भी कल्पेश के साथ मारपीट करने लगे। हरीश ने कल्पेश के सिर पर लोहे का सरिया मार दिया। इससे कल्पेश लहुलूहान होकर नीचे गिर गया। इसके बाद तीनों मौके से भाग गए। सुबह लोगों ने देखा तो कल्पेश मर चुका था।
कल्पेश व रणछोड़ के बीच था पारिवारिक विवाद
पुलिस ने बताया कि कल्पेश व रणछोड़ दोनों भाइयों के बीच पारिवारिक विवाद चल रहा था। दोनों भाई मे बोल-चाल बंद थी। धंबोला थानाधिकारी रिजवान खान, कुआं थानाधिकारी रामेंग पाटीदार, एएसआई छत्तर सिंह, हैडकांस्टेबल ईश्वरलाल, कांस्टेबल अनिल, जगदीश कुमार, कालुराम, सुनिल व आदित्य शामिल थे।


