हरदोई के चित्तरपूर्वा में मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र की बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने हिस्सा लिया। समागम का मुख्य उद्देश्य समाज में बढ़ती वैमनस्यता, भेदभाव और सामाजिक विभाजन को समाप्त कर मानवता व सद्भाव को बढ़ावा देना था। इस समागम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह अपनी माता जी के साथ विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। डॉ. सिंह निर्भया कांड, सीमा हैदर प्रकरण और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में पैरवी कर चुके हैं। अपने संबोधन में डॉ. एपी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में समाज को जाति, धर्म और क्षेत्रवाद के नाम पर विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने समाज को ऐसी भ्रम फैलाने वाली प्रवृत्तियों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया, “हमारा यह समागम मानवता की बात करता है। मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं और मानवता से बड़ी कोई सेवा नहीं। हम जाति-धर्म की नहीं, केवल इंसानियत की बात करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि जब समाज में विभाजनकारी ताकतें सक्रिय होती हैं, तब मानवता को जोड़ने वाले ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता बढ़ जाती है। डॉ. सिंह ने बताया कि नारायण साकार भी मानवता के मार्ग को ही सबसे श्रेष्ठ बताते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने इस पहल की सराहना की और समाज में आपसी भाईचारा बढ़ाने का संकल्प लिया। इस सद्भावना समागम के सफल आयोजन से गांव में सकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ।


