फरीदाबाद पुलिस के कर्मचारियों को वित्तीय रूप से जागरूक बनाने के उद्देश्य से लघु सचिवालय, सेक्टर-12 स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का मकसद पुलिस कर्मचारियों को उनकी आय, खर्च, बचत और निवेश को सही तरीके से समझाने और भविष्य की बेहतर योजना बनाने के लिए मार्गदर्शन देना था। सेमिनार में गुड़गांव आयकर विभाग की जॉइंट कमिश्नर सुधा यादव और डिप्टी कमिश्नर सीमा चौधरी ने पुलिस कर्मचारियों को वित्तीय प्रबंधन से जुड़ी अहम जानकारी दी। जॉइंट कमिश्नर सुधा यादव ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में सही वित्तीय योजना बहुत जरूरी होती है। अगर समय रहते आय और खर्च का संतुलन बना लिया जाए और सही जगह निवेश किया जाए, तो भविष्य में आर्थिक परेशानियों से बचा जा सकता है। खर्चों पर नियंत्रण रखने की सलाह दी उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को सलाह दी कि वे अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें और नियमित रूप से बचत की आदत डालें। सुधा यादव ने एक सरल बजट फार्मूला बताते हुए कहा कि आय का 50 प्रतिशत रोजमर्रा के खर्चों के लिए, 40 प्रतिशत निवेश के लिए और 10 प्रतिशत आपातकालीन जरूरतों के लिए अलग रखना चाहिए। इससे आर्थिक सुरक्षा मजबूत होती है। सेमिनार में यह भी बताया गया कि केवल पैसा बचाना ही काफी नहीं है, बल्कि उस बचत का सही निवेश करना भी जरूरी है। पुलिस कर्मचारियों को म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं, इक्विटी निवेश, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और गोल्ड निवेश जैसे विकल्पों की जानकारी दी गई। इन योजनाओं के फायदे और जोखिमों के बारे में भी सरल भाषा में समझाया गया। सुरक्षित भविष्य बनाता है निवेश : आयकर डिप्टी कमिश्नर डिप्टी कमिश्नर सीमा चौधरी ने भी कर्मचारियों को लंबी अवधि की वित्तीय योजना बनाने की सलाह दी और कहा कि सही जानकारी के साथ किया गया निवेश भविष्य को सुरक्षित बनाता है। यह सेमिनार पुलिस कर्मचारियों के लिए उपयोगी साबित हुआ। पुलिस विभाग का कहना है कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि कर्मचारियों का वित्तीय ज्ञान बढ़े और वे सुरक्षित व संतुलित जीवन जी सकें।


