खगड़िया में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी और जनहितैषी बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी खगड़िया श्री नवीन कुमार ने गुरुवार की रात करीब नौ बजे सदर अस्पताल, खगड़िया का अचानक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के अचानक अस्पताल पहुंचने से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य मरीजों को दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन करना और जमीनी स्तर पर व्याप्त कमियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करना था। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक व्यवस्थाओं की जांच औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ओपीडी, विभिन्न वार्डों, प्रसव कक्ष, आपातकालीन विभाग, दवा भंडार, पंजीकरण काउंटर और प्रतीक्षालय का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने हर विभाग की कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा और संबंधित अधिकारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया कि मरीजों को समय पर इलाज, दवाएं और जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। मरीजों और परिजनों से किया सीधा संवाद जिलाधिकारी ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से सीधे संवाद कर इलाज की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों की उपस्थिति और स्वास्थ्यकर्मियों के व्यवहार के बारे में फीडबैक लिया। कई मरीजों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं। मरीजों से मिली प्रतिक्रियाओं के आधार पर जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों की संतुष्टि ही स्वास्थ्य व्यवस्था की असली कसौटी है। साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था का विशेष रूप से जायजा लिया। वार्ड, शौचालय, गलियारे और प्रतीक्षालय की स्थिति देखकर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीज पहले से ही मानसिक और शारीरिक पीड़ा में होते हैं, ऐसे में उन्हें साफ और स्वच्छ वातावरण मिलना बेहद जरूरी है। नियमित सफाई, कचरा प्रबंधन और स्वच्छता कर्मियों की निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। दवाओं की उपलब्धता को लेकर सख्त निर्देश दवा भंडार के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आवश्यक और जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले किसी भी मरीज को दवाओं के लिए बाहर भटकना नहीं चाहिए। सभी जरूरी दवाएं अस्पताल में ही उपलब्ध रहनी चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दवाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और स्टॉक खत्म होने से पहले ही आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को चेतावनी चिकित्सकीय व्यवस्था की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को समय पर ड्यूटी पर उपस्थित रहने, मरीजों का समुचित इलाज करने और संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मरीजों के साथ मानवीय व्यवहार और त्वरित इलाज को प्राथमिकता देने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। भविष्य में भी होंगे औचक निरीक्षण निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को शीघ्र दूर करने का निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सदर अस्पताल जिले का प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान है और यहां आमजन को बेहतर, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार किए जाएंगे, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार हो सके और व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनी रहे। अस्पताल प्रशासन रहा मौजूद इस अवसर पर सदर अस्पताल के प्रभारी पदाधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। जिलाधिकारी के निरीक्षण को लेकर अस्पताल प्रशासन में सुधार की उम्मीद जगी है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण से सरकारी अस्पतालों की सेवाओं में निश्चित रूप से सुधार होगा। खगड़िया में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी और जनहितैषी बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी खगड़िया श्री नवीन कुमार ने गुरुवार की रात करीब नौ बजे सदर अस्पताल, खगड़िया का अचानक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के अचानक अस्पताल पहुंचने से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य मरीजों को दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन करना और जमीनी स्तर पर व्याप्त कमियों को चिन्हित कर उन्हें दूर करना था। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक व्यवस्थाओं की जांच औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ओपीडी, विभिन्न वार्डों, प्रसव कक्ष, आपातकालीन विभाग, दवा भंडार, पंजीकरण काउंटर और प्रतीक्षालय का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने हर विभाग की कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा और संबंधित अधिकारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया कि मरीजों को समय पर इलाज, दवाएं और जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। मरीजों और परिजनों से किया सीधा संवाद जिलाधिकारी ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से सीधे संवाद कर इलाज की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों की उपस्थिति और स्वास्थ्यकर्मियों के व्यवहार के बारे में फीडबैक लिया। कई मरीजों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं। मरीजों से मिली प्रतिक्रियाओं के आधार पर जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों की संतुष्टि ही स्वास्थ्य व्यवस्था की असली कसौटी है। साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था का विशेष रूप से जायजा लिया। वार्ड, शौचालय, गलियारे और प्रतीक्षालय की स्थिति देखकर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि स्वच्छता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीज पहले से ही मानसिक और शारीरिक पीड़ा में होते हैं, ऐसे में उन्हें साफ और स्वच्छ वातावरण मिलना बेहद जरूरी है। नियमित सफाई, कचरा प्रबंधन और स्वच्छता कर्मियों की निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। दवाओं की उपलब्धता को लेकर सख्त निर्देश दवा भंडार के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आवश्यक और जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले किसी भी मरीज को दवाओं के लिए बाहर भटकना नहीं चाहिए। सभी जरूरी दवाएं अस्पताल में ही उपलब्ध रहनी चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दवाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और स्टॉक खत्म होने से पहले ही आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को चेतावनी चिकित्सकीय व्यवस्था की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को समय पर ड्यूटी पर उपस्थित रहने, मरीजों का समुचित इलाज करने और संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मरीजों के साथ मानवीय व्यवहार और त्वरित इलाज को प्राथमिकता देने पर उन्होंने विशेष जोर दिया। भविष्य में भी होंगे औचक निरीक्षण निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को शीघ्र दूर करने का निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सदर अस्पताल जिले का प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान है और यहां आमजन को बेहतर, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार किए जाएंगे, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार हो सके और व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनी रहे। अस्पताल प्रशासन रहा मौजूद इस अवसर पर सदर अस्पताल के प्रभारी पदाधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। जिलाधिकारी के निरीक्षण को लेकर अस्पताल प्रशासन में सुधार की उम्मीद जगी है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण से सरकारी अस्पतालों की सेवाओं में निश्चित रूप से सुधार होगा।


