उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पृथक राज्य के लिए संघर्ष करने वाले आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने तथा आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के नाम पर उनके क्षेत्र की मुख्य अवस्थापना सुविधाओं का नामकरण करने की घोषणा की।
राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के एक दिन पहले यहां आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान सात दिन जेल में रहे या घायल हुये आंदोलनकारियों की पेंशन छह हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर सात हजार रुपये प्रतिमाह की जाएगी।
धामी ने कहा कि इस श्रेणी से भिन्न अन्य राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन 4500 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 5500 रुपये प्रतिमाह की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा, आंदोलन के दौरान चोटिल होकर पूर्णतः अशक्त हुए आंदोलनकारियों की पेंशन 20,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रतिमाह की जाएगी तथा उनकी देखभाल के लिए एक मेडिकल अटेंडेंड की व्यवस्था भी की जाएगी।
उन्होंने आंदोलन के दौरान मारे गए आंदोलनकारियों के आश्रितों की पेंशन 3000 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 5500 रुपये करने की भी घोषणा की।
वहीं, मुख्यमंत्री ने कचहरी परिसर में शहीद स्थल पर आंदोलन के दौरान मारे गए आंदोलनकारियों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने पुलिस लाइन में राज्य आंदोलनकारियों और मारे गए आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित किया।
इस मौके पर आंदोलनकारियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से राज्य स्थापना दिवस पर अपने घरों में पांच दीपक राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में जलाने का आह्वान भी किया।


