हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह देर रात करीब 11 बजे यमुनानगर के कलानोर बॉर्डर पर पहुंचे। डीपीजी के औचक निरीक्षण से पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया और एसपी व डीएसपी भी तुरंत मौके पर पहुंचे। इस दौरान डीजीपी ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया। सूचना मिलते ही मौके पर एसपी कमलदीप गोयल और डीसीपी पहुंचे। करीब आधा घंटा डीजीपी बॉर्डर पर तैनात रहे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिशा निर्देश दिए। डीजीपी ने पंचकूला से यमुनानगर हाईवे पर लगे पुलिस नाके व टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। पीसीआर तैनात, लेकिन पुलिसकर्मी नहीं लगभग 50 किलोमीटर लंबे सफर के दौरान कई कमियां नजर आईं, जिन्हें उजागर करते हुए उन्हें सुधारने के निर्देश दिए। डीजीपी को सफर के दौरान पंचकूला-यमुनानगर रोड पर एक पीसीआर गाड़ी लाल बत्ती जलाकर ड्यूटी पर तैनात पाई गई, लेकिन वाहन के बाहर कोई पुलिसकर्मी निगरानी के लिए खड़ा नहीं था। इससे सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। इसी तरह, टोल प्लाजा के पास कोई पुलिस ड्यूटी या वाहन तैनात नजर नहीं आया, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक है।सबसे बड़ी लापरवाही ट्रैफिक डायवर्जन पॉइंट पर देखी गई। यहां एकतरफा ट्रैफिक डायवर्जन चल रहा है, लेकिन डायवर्जन पॉइंट पर कोई साइनबोर्ड या पुलिस ड्यूटी की व्यवस्था नहीं दिखाई दी। सोशल मीडिया एक्स पर डाली पोस्ट इससे वाहन चालकों को भ्रम की स्थिति हो सकती है और दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। डीजीपी ने इन खामियों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर भी पोस्ट कर उजागर किया है। उन्होंने सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए। एसपी कमलदीप ने कहा कि डीजीपी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जो भी निर्देश दिए हैं उनका पालन किया जाएगा।


