सीतामढ़ी में स्वदेशी मेला 2025 का भव्य आयोजन किया गया। गोयनका महाविद्यालय मैदान में आयोजित इस मेले का उद्घाटन बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना और स्थानीय उद्यमियों को सशक्त बनाना था। मेले में स्थानीय कारीगर, स्वयं सहायता समूह व उद्यमी शामिल स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित इस मेले में बड़ी संख्या में स्थानीय कारीगर, स्वयं सहायता समूह और उद्यमी शामिल हुए। उद्घाटन समारोह के दौरान डिप्टी सीएम का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ स्वागत किया गया, जिससे कार्यक्रम का माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि मुद्रा योजना से लेकर स्टार्ट-अप्स तक, आत्मनिर्भर भारत और इंडिया स्टार्ट-अप जैसी पहलों के माध्यम से कौशल विकास को जन आंदोलन का रूप दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसका लाभ बड़े उद्योगों के साथ-साथ छोटे कुटीर उद्योगों और स्वयं सहायता समूहों तक पहुंचा है। मोदी के नेतृत्व में देश विकास की मुख्यधारा से जुड़ा उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बीते एक दशक में देश के उन क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है, जिन्हें पहले नजरअंदाज किया जाता था। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए कहा कि 21वीं सदी का भारत उनके सपनों को साकार कर रहा है और ‘विकसित भारत’ तथा ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। विजय सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि स्वदेशी अभियान के माध्यम से समाज के हर वर्ग, जाति और समुदाय के लोग आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले स्वदेशी पर जोर देने को पिछड़ेपन की निशानी माना जाता था, लेकिन आज स्वदेशी को अपनाना गर्व की बात है और यही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है। हस्तशिल्प, घरेलू उत्पादों एवं स्वदेशी उद्योगों की सराहना की मेले के दौरान उपमुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और स्थानीय हस्तशिल्प, घरेलू उत्पादों एवं स्वदेशी उद्योगों की सराहना की। यह मेला न केवल स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का माध्यम बना, बल्कि सीतामढ़ी सहित पूरे क्षेत्र में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की भावना को मजबूत करने की एक सराहनीय पहल के रूप में सामने आया। सीतामढ़ी में स्वदेशी मेला 2025 का भव्य आयोजन किया गया। गोयनका महाविद्यालय मैदान में आयोजित इस मेले का उद्घाटन बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना और स्थानीय उद्यमियों को सशक्त बनाना था। मेले में स्थानीय कारीगर, स्वयं सहायता समूह व उद्यमी शामिल स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित इस मेले में बड़ी संख्या में स्थानीय कारीगर, स्वयं सहायता समूह और उद्यमी शामिल हुए। उद्घाटन समारोह के दौरान डिप्टी सीएम का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ स्वागत किया गया, जिससे कार्यक्रम का माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि मुद्रा योजना से लेकर स्टार्ट-अप्स तक, आत्मनिर्भर भारत और इंडिया स्टार्ट-अप जैसी पहलों के माध्यम से कौशल विकास को जन आंदोलन का रूप दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसका लाभ बड़े उद्योगों के साथ-साथ छोटे कुटीर उद्योगों और स्वयं सहायता समूहों तक पहुंचा है। मोदी के नेतृत्व में देश विकास की मुख्यधारा से जुड़ा उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बीते एक दशक में देश के उन क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है, जिन्हें पहले नजरअंदाज किया जाता था। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए कहा कि 21वीं सदी का भारत उनके सपनों को साकार कर रहा है और ‘विकसित भारत’ तथा ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। विजय सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि स्वदेशी अभियान के माध्यम से समाज के हर वर्ग, जाति और समुदाय के लोग आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले स्वदेशी पर जोर देने को पिछड़ेपन की निशानी माना जाता था, लेकिन आज स्वदेशी को अपनाना गर्व की बात है और यही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है। हस्तशिल्प, घरेलू उत्पादों एवं स्वदेशी उद्योगों की सराहना की मेले के दौरान उपमुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और स्थानीय हस्तशिल्प, घरेलू उत्पादों एवं स्वदेशी उद्योगों की सराहना की। यह मेला न केवल स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का माध्यम बना, बल्कि सीतामढ़ी सहित पूरे क्षेत्र में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की भावना को मजबूत करने की एक सराहनीय पहल के रूप में सामने आया।


