गोपालगंज में शुक्रवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कनकनी भरी ठंड के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हुए। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। शुक्रवार तड़के से ही विजिबिलिटी 20 से 30 मीटर तक सीमित रही, हालांकि गुरुवार की तुलना में कोहरा थोड़ा कम था। घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। एनएच-27 और अन्य मुख्य मार्गों पर गाड़ियां हेडलाइट जलाकर धीमी गति से चलती दिखीं। लंबी दूरी की बसें और ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। ठंड और पछुआ हवाओं के कारण कनकनी बढ़ गई है। लोग शरीर को गर्म रखने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और ग्रामीण इलाकों में लोग लकडियां जलाकर हाथ सेंकते नजर आए। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की मांग स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और नगर परिषद से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने की मांग की है। उनका कहना है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद अब तक चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसे इलाकों में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे गरीब और राहगीर ठिठुरने को मजबूर हैं। प्रशासन की मदद न मिलने पर लोग स्वयं आग जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। डॉक्टरों ने इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि ठंड का सबसे ज्यादा असर इन्हीं पर देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कनकनी जारी रहने की संभावना जताई है। 48 घंटों के लिए ‘रेड अलर्ट’ मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 48 घंटों के लिए ‘रेड अलर्ट’ और ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से आने वाले दिनों में पारा और नीचे गिरने की संभावना है। 22 दिसंबर के बाद जिले में भीषण कोल्ड वेव (शीतलहर) की स्थिति बन सकती है। गोपालगंज में शुक्रवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कनकनी भरी ठंड के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हुए। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। शुक्रवार तड़के से ही विजिबिलिटी 20 से 30 मीटर तक सीमित रही, हालांकि गुरुवार की तुलना में कोहरा थोड़ा कम था। घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। एनएच-27 और अन्य मुख्य मार्गों पर गाड़ियां हेडलाइट जलाकर धीमी गति से चलती दिखीं। लंबी दूरी की बसें और ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। ठंड और पछुआ हवाओं के कारण कनकनी बढ़ गई है। लोग शरीर को गर्म रखने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और ग्रामीण इलाकों में लोग लकडियां जलाकर हाथ सेंकते नजर आए। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की मांग स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और नगर परिषद से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने की मांग की है। उनका कहना है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद अब तक चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसे इलाकों में अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे गरीब और राहगीर ठिठुरने को मजबूर हैं। प्रशासन की मदद न मिलने पर लोग स्वयं आग जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। डॉक्टरों ने इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि ठंड का सबसे ज्यादा असर इन्हीं पर देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कनकनी जारी रहने की संभावना जताई है। 48 घंटों के लिए ‘रेड अलर्ट’ मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 48 घंटों के लिए ‘रेड अलर्ट’ और ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से आने वाले दिनों में पारा और नीचे गिरने की संभावना है। 22 दिसंबर के बाद जिले में भीषण कोल्ड वेव (शीतलहर) की स्थिति बन सकती है।


