गयाजी में सर्दी का सितम लगातार जारी है। कोहरे और कोल्ड डे ने परेशानी बढ़ा दी है। सोमवार को पारा 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जो कि हिमाचल प्रदेश के मनाली के तापमान के बराबर था। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 26 दिसंबर तक तापमान इसी के आसपास बना रहेगा। कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर शाम करीब चार बजे तक घना कोहरा छाया रहेगा। कोहरा इतना घटना है कि कुछ मीटर आगे की चीजें तक साफ नजर नहीं आ रही थी। कोहरे के चलते सड़कों पर सन्नाटा विजिबिलिटी कम होने से सड़क और रेल यातायात दोनों प्रभावित हो रहे हैं। सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर मंद-मंद सर्द हवा चलती रहेगी। ठंड का असर बना रहेगा। शहर से लेकर ग्रामीण इलाके कुहासे की चादर में लिपटा है। मौसम विभाग का कहना है कि रात में पारा और नीचे लुढ़क सकता है, जिससे ठंड बढ़ेगी। खेती-किसानी पर भी ठंड का असर दिख रहा है। विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर सुबह-शाम सफर करने वालों को सावधानी बरतने को कहा गया है। राजधानी समेत कई ट्रेनें लेट पूरे मगध क्षेत्र में घने कोहरे का सीधा असर रेल परिचालन पर पड़ रहा है। लगातार पांचवें दिन राजधानी एक्सप्रेस समेत कई लंबी दूरी की ट्रेनें अपने तय समय से घंटों देरी से चल रही हैं। कुहासे की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, ऐसे में सुरक्षा कारणों से ट्रेनों की रफ्तार सीमित करनी पड़ रही है। इसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ और इंतजार बढ़ गया है। दिल्ली, आनंद विहार और कोलकाता रूट से आने-जाने वाली ट्रेन सबसे ज्यादा देरी से चल रही है। गाड़ी संख्या 12302 राजधानी एक्सप्रेस करीब सात घंटे लेट रही। 12314 राजधानी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 8 से 10 घंटे देरी से चली। इसी तरह 12380 जलियांवाला बाग एक्सप्रेस 10 घंटे 25 मिनट, 18428 आनंद विहार-पुरी एक्सप्रेस 5 घंटे 31 मिनट और 12802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 6 घंटे 2 मिनट लेट रही। यशवंतपुर-धनबाद स्पेशल देरी से चल रही इसके अलावा 18623 इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस 2 घंटे 28 मिनट, 12875 नीलांचल एक्सप्रेस 1 घंटे 3 मिनट और 06563 यशवंतपुर-धनबाद स्पेशल 3 घंटे 12 मिनट की देरी से परिचालन हुआ। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक घने कोहरे में ट्रेनों की स्पीड नियंत्रित करना मजबूरी है। सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इसी वजह से कई ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है। गयाजी में सर्दी का सितम लगातार जारी है। कोहरे और कोल्ड डे ने परेशानी बढ़ा दी है। सोमवार को पारा 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जो कि हिमाचल प्रदेश के मनाली के तापमान के बराबर था। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 26 दिसंबर तक तापमान इसी के आसपास बना रहेगा। कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर शाम करीब चार बजे तक घना कोहरा छाया रहेगा। कोहरा इतना घटना है कि कुछ मीटर आगे की चीजें तक साफ नजर नहीं आ रही थी। कोहरे के चलते सड़कों पर सन्नाटा विजिबिलिटी कम होने से सड़क और रेल यातायात दोनों प्रभावित हो रहे हैं। सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर मंद-मंद सर्द हवा चलती रहेगी। ठंड का असर बना रहेगा। शहर से लेकर ग्रामीण इलाके कुहासे की चादर में लिपटा है। मौसम विभाग का कहना है कि रात में पारा और नीचे लुढ़क सकता है, जिससे ठंड बढ़ेगी। खेती-किसानी पर भी ठंड का असर दिख रहा है। विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर सुबह-शाम सफर करने वालों को सावधानी बरतने को कहा गया है। राजधानी समेत कई ट्रेनें लेट पूरे मगध क्षेत्र में घने कोहरे का सीधा असर रेल परिचालन पर पड़ रहा है। लगातार पांचवें दिन राजधानी एक्सप्रेस समेत कई लंबी दूरी की ट्रेनें अपने तय समय से घंटों देरी से चल रही हैं। कुहासे की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, ऐसे में सुरक्षा कारणों से ट्रेनों की रफ्तार सीमित करनी पड़ रही है। इसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ और इंतजार बढ़ गया है। दिल्ली, आनंद विहार और कोलकाता रूट से आने-जाने वाली ट्रेन सबसे ज्यादा देरी से चल रही है। गाड़ी संख्या 12302 राजधानी एक्सप्रेस करीब सात घंटे लेट रही। 12314 राजधानी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 8 से 10 घंटे देरी से चली। इसी तरह 12380 जलियांवाला बाग एक्सप्रेस 10 घंटे 25 मिनट, 18428 आनंद विहार-पुरी एक्सप्रेस 5 घंटे 31 मिनट और 12802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 6 घंटे 2 मिनट लेट रही। यशवंतपुर-धनबाद स्पेशल देरी से चल रही इसके अलावा 18623 इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस 2 घंटे 28 मिनट, 12875 नीलांचल एक्सप्रेस 1 घंटे 3 मिनट और 06563 यशवंतपुर-धनबाद स्पेशल 3 घंटे 12 मिनट की देरी से परिचालन हुआ। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक घने कोहरे में ट्रेनों की स्पीड नियंत्रित करना मजबूरी है। सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इसी वजह से कई ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है।


