ठंड से बिगड़ी तबीयत, महिला की मौत:जमुई के भालूका गांव की घटना, मुआवजे की मांग

ठंड से बिगड़ी तबीयत, महिला की मौत:जमुई के भालूका गांव की घटना, मुआवजे की मांग

जमुई के बरहट थाना क्षेत्र के भालूका गांव में ठंड लगने से 56 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान नुनिया देवी, पति चारु मूर्मू के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार शनिवार सुबह अत्यधिक ठंड और घने कुहासे के बीच शौच के लिए घर से बाहर निकलने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा परिवार के सदस्यों ने बताया कि ठंड लगने के बाद नुनिया देवी की हालत लगातार खराब होती चली गई। शनिवार रात उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना रविवार सुबह बरहट पंचायत की मुखिया जितनी देवी को दे दी गई है। नुनिया देवी के पति चारु मूर्मू मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। मृतका अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गई हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से की आर्थिक सहायता की मांग ग्रामीणों ने बताया कि नुनिया देवी की मौत ठंड के कारण हुई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ठंड के मौसम में गरीब और मजदूर वर्ग के लिए जीवनयापन बेहद मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने और ठंड से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। जमुई के बरहट थाना क्षेत्र के भालूका गांव में ठंड लगने से 56 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान नुनिया देवी, पति चारु मूर्मू के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार शनिवार सुबह अत्यधिक ठंड और घने कुहासे के बीच शौच के लिए घर से बाहर निकलने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा परिवार के सदस्यों ने बताया कि ठंड लगने के बाद नुनिया देवी की हालत लगातार खराब होती चली गई। शनिवार रात उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना रविवार सुबह बरहट पंचायत की मुखिया जितनी देवी को दे दी गई है। नुनिया देवी के पति चारु मूर्मू मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। मृतका अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गई हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से की आर्थिक सहायता की मांग ग्रामीणों ने बताया कि नुनिया देवी की मौत ठंड के कारण हुई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ठंड के मौसम में गरीब और मजदूर वर्ग के लिए जीवनयापन बेहद मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने और ठंड से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।  

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