गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के जगशिमर गांव में रविवार देर शाम एक युवक की संदिग्ध मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान जगशिमर गांव के रहने वाले 33 वर्षीय उपेंद्र यादव के रूप में हुई है। रविवार की शाम वह चतरो बाजार से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान फतेहपुर-भेलवाघाटी मुख्य सड़क पर देवरी थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास उन्हें बेहोशी की हालत में पाया गया। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पैर का नाखून भी गायब; हत्या की आशंका घटनास्थल से कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं। उपेंद्र की बाइक मौके से गायब थी, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। इसके अलावा उनके एक पैर का नाखून भी नहीं मिला, जिससे ग्रामीणों और परिजनों का शक और गहरा गया है। उनका कहना है कि मामला सामान्य दुर्घटना का नहीं, बल्कि हत्या जैसा प्रतीत हो रहा है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी टकराव के बाइक का गायब होना और शरीर पर मिले चोट के निशान कई सवाल खड़े करते हैं। अस्पताल में जुटी भीड़, पुलिस से कार्रवाई की मांग मृतक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और इस मामले की गहराई से जांच की मांग की। लोगों में आक्रोश इतना अधिक था कि कई घंटे तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को समझाते हुए शांति बनाए रखने की अपील की। ग्रामीणों ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। खोरिमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला सड़क दुर्घटना जैसा लग रहा है। उन्होंने कहा कि युवक अपनी बाइक से गिरा होगा, जिससे उसे गंभीर चोट लगी और उसकी मौत हो गई। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण सामने आ पाएगा। गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के जगशिमर गांव में रविवार देर शाम एक युवक की संदिग्ध मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान जगशिमर गांव के रहने वाले 33 वर्षीय उपेंद्र यादव के रूप में हुई है। रविवार की शाम वह चतरो बाजार से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान फतेहपुर-भेलवाघाटी मुख्य सड़क पर देवरी थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास उन्हें बेहोशी की हालत में पाया गया। राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पैर का नाखून भी गायब; हत्या की आशंका घटनास्थल से कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं। उपेंद्र की बाइक मौके से गायब थी, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। इसके अलावा उनके एक पैर का नाखून भी नहीं मिला, जिससे ग्रामीणों और परिजनों का शक और गहरा गया है। उनका कहना है कि मामला सामान्य दुर्घटना का नहीं, बल्कि हत्या जैसा प्रतीत हो रहा है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी टकराव के बाइक का गायब होना और शरीर पर मिले चोट के निशान कई सवाल खड़े करते हैं। अस्पताल में जुटी भीड़, पुलिस से कार्रवाई की मांग मृतक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और इस मामले की गहराई से जांच की मांग की। लोगों में आक्रोश इतना अधिक था कि कई घंटे तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को समझाते हुए शांति बनाए रखने की अपील की। ग्रामीणों ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। खोरिमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला सड़क दुर्घटना जैसा लग रहा है। उन्होंने कहा कि युवक अपनी बाइक से गिरा होगा, जिससे उसे गंभीर चोट लगी और उसकी मौत हो गई। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण सामने आ पाएगा।


