भागलपुर के बाईपास थाना क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी बस स्टैंड का बुधवार को DDC प्रदीप सिंह ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की बारीकी से जांच की। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए DDC प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बैठक की गई थी। बताया गया कि बस स्टैंड की जमीन समतल नहीं है, बैठने की व्यवस्था नहीं है और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। इन सभी बिंदुओं को नोट करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों के बैठने के लिए फिलहाल सिटिंग बेंच लगाए गए हैं और आगे बेहतर सुविधा के लिए प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर के माध्यम से यात्री शेड लगाने की योजना बनाई जा रही है। तीन स्थानों पर इसे स्थापित किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बैठने में उचित सुविधा मिल सके। अलग से टिकट काउंटर बनाने का भी सुझाव DCC ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा टिकट काउंटर अलग से लगाने का सुझाव दिया गया है, जिस पर भी योजना बनाकर कार्रवाई की जाएगी। पीने के पानी की व्यवस्था कर दी गई है, वहीं शौचालय निर्माण की प्रक्रिया भी जारी है। फिलहाल शौचालय की स्थिति संतोषजनक नहीं होने के कारण नगर परिषद द्वारा अस्थायी मोबाइल शौचालय स्थापित किया गया है, ताकि लोगों को तत्काल सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि कुछ छोटी गाड़ियों के चालकों के व्यवहार को लेकर भी शिकायतें मिली हैं। इसको लेकर संबंधित सभी लोगों के साथ बैठक की जाएगी। ई-रिक्शा संगठन के साथ भी बैठक कर विभिन्न चौक-चौराहों के लिए निर्धारित मानक किराया बोर्ड पर लिखवाकर प्रदर्शित कराया जाएगा, ताकि यात्रियों को जानकारी मिल सके। यदि कहीं से अधिक किराया वसूलने की शिकायत मिलती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बस स्टैंड में बैरिकेडिंग कर छोटी गाड़ियों की एंट्री रोकी जाएगी इसके साथ ही बैरिकेडिंग कर छोटी गाड़ियों का प्रवेश नियंत्रित किया जाएगा और बड़ी गाड़ियों का परिचालन सुनिश्चित किया जाएगा। DDC ने शहरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन आपके साथ है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए बस स्टैंड को यहां शिफ्ट किया गया है और आगे भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा, ताकि किसी भी समस्या का समय पर समाधान किया जा सके। भागलपुर के बाईपास थाना क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी बस स्टैंड का बुधवार को DDC प्रदीप सिंह ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की बारीकी से जांच की। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए DDC प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बैठक की गई थी। बताया गया कि बस स्टैंड की जमीन समतल नहीं है, बैठने की व्यवस्था नहीं है और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। इन सभी बिंदुओं को नोट करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों के बैठने के लिए फिलहाल सिटिंग बेंच लगाए गए हैं और आगे बेहतर सुविधा के लिए प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर के माध्यम से यात्री शेड लगाने की योजना बनाई जा रही है। तीन स्थानों पर इसे स्थापित किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बैठने में उचित सुविधा मिल सके। अलग से टिकट काउंटर बनाने का भी सुझाव DCC ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा टिकट काउंटर अलग से लगाने का सुझाव दिया गया है, जिस पर भी योजना बनाकर कार्रवाई की जाएगी। पीने के पानी की व्यवस्था कर दी गई है, वहीं शौचालय निर्माण की प्रक्रिया भी जारी है। फिलहाल शौचालय की स्थिति संतोषजनक नहीं होने के कारण नगर परिषद द्वारा अस्थायी मोबाइल शौचालय स्थापित किया गया है, ताकि लोगों को तत्काल सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि कुछ छोटी गाड़ियों के चालकों के व्यवहार को लेकर भी शिकायतें मिली हैं। इसको लेकर संबंधित सभी लोगों के साथ बैठक की जाएगी। ई-रिक्शा संगठन के साथ भी बैठक कर विभिन्न चौक-चौराहों के लिए निर्धारित मानक किराया बोर्ड पर लिखवाकर प्रदर्शित कराया जाएगा, ताकि यात्रियों को जानकारी मिल सके। यदि कहीं से अधिक किराया वसूलने की शिकायत मिलती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बस स्टैंड में बैरिकेडिंग कर छोटी गाड़ियों की एंट्री रोकी जाएगी इसके साथ ही बैरिकेडिंग कर छोटी गाड़ियों का प्रवेश नियंत्रित किया जाएगा और बड़ी गाड़ियों का परिचालन सुनिश्चित किया जाएगा। DDC ने शहरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन आपके साथ है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए बस स्टैंड को यहां शिफ्ट किया गया है और आगे भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा, ताकि किसी भी समस्या का समय पर समाधान किया जा सके।


