रतलाम. महू-नीमच रोड कृषि उपज मंडी में नासिक प्याज की आवक बढऩे लगी हैं, जिसे खुले में ढेर लगवाकर नीलाम करवाया जा रहा है, जबकि चाकू कटिंग कर लाए गए देशी प्याज में भी अंकुरित होने की समस्या बढ़ रही है, जिसे ढाले खुलवाकर नीलाम किया जा रहा हैं। इसके बाद तौल के दौरान अंकुरित और खराब प्याज निकलने पर व्यापारी-किसान में आए दिन विवाद की स्थिति बनती हैं।
कुछ व्यापारियों का कहना है कि ढाले खुलवाने के बाद तौल के दौरान अंकुरित और खराब प्याज निकल रहे हैं, इन्हे कैसे तौले। किसानों का कहना है कि जब व्यापारी ढाले खुलवाकर प्याज नीलामी में खरीदता है तो तौल के बाद उसे पूरी उपज का मूल्य मिलना चाहिए। करमदी के किसान राजेश पुरोहित ने बताया कि ग्राम के किसान ऊंकारलाल पाटीदार 12 क्विंटल प्याज ले गए थे, इसमें से भी व्यापारी ने छह कट्टे छटनी निकाल दी थी, हस्तक्षेप कर मंडी अधिकारियों से चर्चा के बाद व्यापारी छटनी के माल का तौल कर भुगतान किया, जबकि 50 किलो खराब निकाला। पुरोहित ने बताया कि जब व्यापारी उपज खरीदता है तो माल सामने होता हैं। ढाले खुलवाने के बाद छटनी करवाकर तौल कर उपज का पूरा भाव देना चाहिए। जबकि दूसरी मंडियों में छटनी का नियम नहीं है यह रतलाम में ही हैं।
नीलाम के बाद छटनी गलत
99 प्रतिशत किसान अच्छा माल लेकर आते है, कुछ ट्रालियों में विवाद की स्थिति बनती हैं। ऐसे में नीलामी के दौरान अगर व्यापारी को शंका है तो वह साइड के ढाले खुलवा लें। नीलाम के बाद छटनी करना गलत हैं। बड़े कांटे कर सीधे ट्राली खाली होना चाहिए। महाराष्ट्र दोनों तरफ के ढाले खुल जाते हैं तो पूरा माल दिख जाता हैं, तो विवाद होगा नहीं।
मोहन मुरलीवाला, प्याज व्यापारी
इनका कहना है
नासिक नया प्याज गीला आ रहे हैं जिसके ढेर लगवाकर नीलाम करवाया जा रहा हैं, जबकि देश प्याज के ढाले खुलवा रहे हैं। देशी में कुछ ट्रालियों में चाकू कटिंग का माल आ रहा हैं, जिससे विवाद की स्थिति बन रही हैं, क्योंकि माल अंदर अंकुरित निकलने की शिकायत हैं। शीघ्र ही वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक लेकर निर्णय लिया जाएगा।
राजेंद्र व्यास, सहायक सचिव, कृषि उपज मंडी


