केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलकर “विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एवं आजीविका मिशन ग्रामीण (विकसित भारत जी राम जी)” किए जाने के प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का आंदोलन लगातार तेज हो रहा है। संसद से सड़क तक चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत बुधवार को चौथे दिन बोधगया में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन स्थल बोधगया के हृदय स्थल पर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने एकजुट होकर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने इस निर्णय को महात्मा गांधी का अपमान बताया और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाना राष्ट्रपिता का अपमान है और उनकी विचारधारा पर हमला है। 25 से लेकर 28 दिसंबर तक का कार्यक्रम किया तय कार्यक्रम की अध्यक्षता बोधगया प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामजी मांझी ने की, जबकि संचालन शिव शंकर प्रसाद ने किया। इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू, गया जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, गया जिला किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। 28 दिसंबर को गया चौक से निकाली जाएगी पदयात्रा आंदोलन के तहत 25 दिसंबर को बेलागंज प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन, 26 दिसंबर को इमामगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष धरना, 27 दिसंबर को टिकारी अनुमंडल मुख्यालय में कार्यक्रम तथा 28 दिसंबर 2025 को कांग्रेस स्थापना दिवस के अवसर पर गया चौक स्थित गांधी जी की प्रतिमा से पदयात्रा निकाली जाएगी, जो पूरे गया शहर का भ्रमण करते हुए गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में समाप्त होगी। इस दौरान नेताओं ने बोधगया नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं नगर परिषद आयुक्त से बोधगया बाजार स्थित गांधी जी की प्रतिमा स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराने और प्रतिमा स्थल की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित कराने की भी मांग की। केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलकर “विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एवं आजीविका मिशन ग्रामीण (विकसित भारत जी राम जी)” किए जाने के प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का आंदोलन लगातार तेज हो रहा है। संसद से सड़क तक चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत बुधवार को चौथे दिन बोधगया में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन स्थल बोधगया के हृदय स्थल पर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने एकजुट होकर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने इस निर्णय को महात्मा गांधी का अपमान बताया और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाना राष्ट्रपिता का अपमान है और उनकी विचारधारा पर हमला है। 25 से लेकर 28 दिसंबर तक का कार्यक्रम किया तय कार्यक्रम की अध्यक्षता बोधगया प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामजी मांझी ने की, जबकि संचालन शिव शंकर प्रसाद ने किया। इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू, गया जिला कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, गया जिला किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष युगल किशोर सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। 28 दिसंबर को गया चौक से निकाली जाएगी पदयात्रा आंदोलन के तहत 25 दिसंबर को बेलागंज प्रखंड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन, 26 दिसंबर को इमामगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष धरना, 27 दिसंबर को टिकारी अनुमंडल मुख्यालय में कार्यक्रम तथा 28 दिसंबर 2025 को कांग्रेस स्थापना दिवस के अवसर पर गया चौक स्थित गांधी जी की प्रतिमा से पदयात्रा निकाली जाएगी, जो पूरे गया शहर का भ्रमण करते हुए गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में समाप्त होगी। इस दौरान नेताओं ने बोधगया नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं नगर परिषद आयुक्त से बोधगया बाजार स्थित गांधी जी की प्रतिमा स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराने और प्रतिमा स्थल की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित कराने की भी मांग की।


