जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट जियाउर्रहमान ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) निशा ग्रेवाल से मुलाकात की। उन्होंने जिले में मॉडल गांवों की बदहाल स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन सौंपा और विशेष टीम बनाकर कार्रवाई की मांग की। सीडीओ ने इस संबंध में प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कांग्रेस ने ज्ञापन में बताया कि जिला प्रशासन ने 1151 गांवों को मॉडल गांव घोषित किया है। हालांकि, अधिकांश गांवों की स्थिति निर्धारित मानकों के विपरीत है। गांवों में सफाई व्यवस्था खराब है, सड़कें जर्जर हैं, और शौचालय एवं पॉलीथिन मुक्त गांव के दावे केवल कागजों तक सीमित हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष जियाउर्रहमान ने बताया कि शासन ने मॉडल गांवों के लिए खुले में शौच से मुक्ति, स्वच्छ जल, कूड़ा प्रबंधन, कम्पोस्ट गड्ढे, सड़क संपर्क, सोलर लाइट, बैंक, स्कूल और पोस्ट ऑफिस जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के मानक तय किए हैं। उन्होंने कहा कि जमीनी हकीकत इन मानकों से बिल्कुल अलग है। कांग्रेस ने मांग की है कि घोषित मॉडल गांवों का विशेष सर्वेक्षण कराया जाए और मानकों के अनुसार सुधार कार्य सुनिश्चित किए जाएं। साथ ही, बिना मानक पूरे किए गांवों को मॉडल घोषित करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कांग्रेस ने सभी गांवों में नियमित सफाई और मच्छरनाशी दवा के छिड़काव की भी मांग की। जियाउर्रहमान ने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी जनता से जुड़े मुद्दों पर लगातार आवाज उठाती रहेगी और जिले के गांवों को वास्तव में मॉडल बनाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी। इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष गांधी, प्रशांत बाल्मिकी, मनीष चतुर्वेदी, नईम मंसूरी, देशदीपक भारद्वाज, कुंवर आदिल, सचिन वशिष्ठ, सुरेंद्र उपाध्याय, नवेद और अरफात अली सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।


