एमसीबी जिले के भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत स्वीकृत सड़कों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने वर्तमान विधायक रेणुका सिंह पर इन परियोजनाओं का झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है। कमरो ने प्रेस वार्ता में कहा कि जिन सड़कों को विधायक रेणुका सिंह अपनी उपलब्धि बता रही हैं, वे वास्तव में कोरबा सांसद ज्योत्स्ना महंत की देन हैं। उन्होंने दावा किया कि इन सड़कों का प्रस्ताव और इनके लिए किए गए प्रयास पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत की अनुशंसा से हुए थे। झूठा श्रेय लेने का आरोप पूर्व विधायक कमरो ने कहा कि विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेने के बजाय जनता के सामने सच्चाई रखना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सांसद ज्योत्स्ना चरणदास महंत की अनुशंसा से कुल 52 सड़कों का प्रस्ताव भेजा गया था, जिनमें से 27 सड़कों को लगभग 147 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली। इसी तरह, मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी-भरतपुर जिले में पीएमजीएसवाई के तहत 70 सड़कों के प्रस्ताव भेजे गए थे, जिनमें से 56 सड़कों को लगभग 236 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई। इसके अलावा पीएम जनमन योजना के तहत एमसीबी जिले में भी 55 सड़कों को लगभग 179 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। भाजपा बोली- तिलमिला कर झूठ बोल रही कांग्रेस वहीं, पूर्व विधायक के आरोपों पर भाजपा जिला प्रवक्ता जमुना पांडेय का बयान भी सामने आया है। उन्होंने पूर्व विधायक के बयानों को निंदनीय बताते हुए कहा कि भरतपुर-सोनहत की विधायक रेणुका सिंह के विकास कार्यों से पूर्व विधायक तिलमिला चुके हैं और झूठ बोल रहे हैं। पांडेय ने आगे कहा कि सांसद ज्योत्स्ना महंत का क्षेत्र और भी विधानसभा क्षेत्रों में फैला है, लेकिन वहां किसी प्रकार की स्वीकृति नहीं दिलाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग सांसद ज्योत्स्ना महंत को लापता घोषित करने वाले थे, जिस पर कांग्रेस आनन-फानन में जनता के सामने झूठ परोसने का काम कर रही है। इस प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व नपा अध्यक्ष राजकुमार केसरवानी, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष हाफिज मेमन और पार्षद स्वप्निल सिंहा भी मौजूद थे।


