शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शीतलहर और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं और ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप सबसे अधिक देखा जा रहा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बृहस्पतिवार को दोपहर करीब 1 बजे धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन ठंड का असर पूरी तरह से कम नहीं हुआ। लोग चौक-चौराहों और घरों के बाहर अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते दिखे।ठंड के कारण बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही में भी कमी आई है। इस मौसम में बुजुर्गों, बच्चों और दिहाड़ी मजदूरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके। शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शीतलहर और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं और ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप सबसे अधिक देखा जा रहा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बृहस्पतिवार को दोपहर करीब 1 बजे धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन ठंड का असर पूरी तरह से कम नहीं हुआ। लोग चौक-चौराहों और घरों के बाहर अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते दिखे।ठंड के कारण बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही में भी कमी आई है। इस मौसम में बुजुर्गों, बच्चों और दिहाड़ी मजदूरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके।


