उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है। मध्यप्रदेश में दो दिन में ठंड से दो लोगों की मौत हो गई। पचमढ़ी में पहली बार पारा 5.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। नर्मदापुरम में विजिबिलिटी 500 मीटर दर्ज की गई। भोपाल और इंदौर में पारा 10 डिग्री से नीचे आ गया। राजस्थान के कई शहरों में न्यूनतम तापमान बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 सप्ताह तक आसमान साफ रहेगा और तापमान में गिरावट नहीं होगी। राज्य में शीतलहर का अलर्ट भी नहीं है। उत्तराखंड के चमोली जिले में ठंड के कारण शेषनेत्र झील में पानी जम गया। बद्रीनाथ धाम में नंवबर की पहली बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बाद पूरा मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। यहां का तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। देशभर में ठंड की 4 तस्वीरें… पिछले दशक में भारत का औसत तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस बढ़ा
एक स्टडी में कहा गया है कि पिछले दशक (2015-2024) में भारत का औसत तापमान लगभग 0.9 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। जिसके चलते देश में हीट वेव ज्यादा रहती है और हर दशक में गर्म दिनों की संख्या 5 से 10 दिन का इजाफा हो रहा है। स्टडी में पता चला है कि 1950 के दशक के बाद से साल के सबसे गर्म दिन में पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी भारत में तापमान में 1.5-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी भी दर्ज की गई। यह रिपोर्ट भारत, नार्वे और नेपाल के क्लाइमेट एक्सपर्ट की टीम ने मिलकर तैयार की है।
मध्यप्रदेश- ठंड से 2 मौतें, राजस्थान में कोल्ड वेव नहीं:उत्तराखंड में झील जमी, बद्रीनाथ में बर्फबारी; हिमाचल के शिमला में टेंपरेचर 5°C पहुंचा


