नालंदा में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस:गिरजाघरों में उमड़ी भीड़, फादर अनूप बोले- प्रभु यीशु मसीह में लोगों का विश्वास है

नालंदा में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस:गिरजाघरों में उमड़ी भीड़, फादर अनूप बोले- प्रभु यीशु मसीह में लोगों का विश्वास है

नालंदा में क्रिसमस पर जिले भर के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया गया। गिरजाघरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रात 12 बजे से ही एक-दूसरे को ‘बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह से ही सड़कों पर चहल-पहल देखी गई, जब परिवार और मित्रों के साथ लोग गिरजाघरों की ओर उमड़ने लगे। प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में जगह-जगह पर जिंगल बेल्स गाए जा रहे हैं। कैंडल जलाए जा रहे हैं। फादर की ओर से दिए गए संदेशों को श्रद्धापूर्वक सुना गया। बिहार शरीफ के कैथोलिक चर्च में मेले जैसा माहौल कैथोलिक चर्च में तो मेले जैसा दृश्य देखने को मिला। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु विशेष प्रार्थना सभा में शामिल हुए। बच्चों और युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है । सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चर्च परिसर में सजाई गई कलात्मक झांकियां चर्च परिसर में प्रभु यीशु के जन्म से लेकर बलिदान तक के प्रसंगों को दर्शाती झांकियां तैयार की गई है। अस्तबल की झांकी में प्रभु यीशु के जन्म का प्रसंग और माता मरियम की गोद में बाल यीशु का रूप श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। विशेष बात यह है कि ये झांकियां किसी पेशेवर कलाकार ने नहीं, बल्कि स्कूल के बच्चों ने अपने हाथों से बनाया है। फादर अनूप का शांति और भाईचारे का संदेश फादर अनूप ने कहा कि प्रभु यीशु पूरे विश्व में शांति, प्रेम और भाईचारा लेकर आए। हम चाहते हैं कि यही शांति और भाईचारा हमारे बीच, मनुष्यों के बीच हो। चाहे कोई किसी भी धर्म का हो, हम सब एक हैं, भाई-भाई हैं। हमें इसी भावना को बनाए रखना है। हम सभी एक साथ रहें, एकजुट होकर रहें। एक-दूसरे से प्यार करें और एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़े रहें। आस्था का केंद्र फादर अनूप ने बताया कि यहां इतनी भारी संख्या में श्रद्धालु इसलिए आते हैं कि वे यीशु मसीह में विश्वास करते हैं। लोग मानते हैं कि प्रभु यीशु हर दुख-दर्द को स्वीकार करते हैं और हर पीड़ा को दूर करते हैं। बहुत से लोगों का विश्वास है और उनके कष्ट दूर भी हुए हैं। वे हमारे ईश्वर हैं। नालंदा में क्रिसमस पर जिले भर के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया गया। गिरजाघरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रात 12 बजे से ही एक-दूसरे को ‘बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह से ही सड़कों पर चहल-पहल देखी गई, जब परिवार और मित्रों के साथ लोग गिरजाघरों की ओर उमड़ने लगे। प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में जगह-जगह पर जिंगल बेल्स गाए जा रहे हैं। कैंडल जलाए जा रहे हैं। फादर की ओर से दिए गए संदेशों को श्रद्धापूर्वक सुना गया। बिहार शरीफ के कैथोलिक चर्च में मेले जैसा माहौल कैथोलिक चर्च में तो मेले जैसा दृश्य देखने को मिला। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु विशेष प्रार्थना सभा में शामिल हुए। बच्चों और युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है । सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चर्च परिसर में सजाई गई कलात्मक झांकियां चर्च परिसर में प्रभु यीशु के जन्म से लेकर बलिदान तक के प्रसंगों को दर्शाती झांकियां तैयार की गई है। अस्तबल की झांकी में प्रभु यीशु के जन्म का प्रसंग और माता मरियम की गोद में बाल यीशु का रूप श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। विशेष बात यह है कि ये झांकियां किसी पेशेवर कलाकार ने नहीं, बल्कि स्कूल के बच्चों ने अपने हाथों से बनाया है। फादर अनूप का शांति और भाईचारे का संदेश फादर अनूप ने कहा कि प्रभु यीशु पूरे विश्व में शांति, प्रेम और भाईचारा लेकर आए। हम चाहते हैं कि यही शांति और भाईचारा हमारे बीच, मनुष्यों के बीच हो। चाहे कोई किसी भी धर्म का हो, हम सब एक हैं, भाई-भाई हैं। हमें इसी भावना को बनाए रखना है। हम सभी एक साथ रहें, एकजुट होकर रहें। एक-दूसरे से प्यार करें और एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़े रहें। आस्था का केंद्र फादर अनूप ने बताया कि यहां इतनी भारी संख्या में श्रद्धालु इसलिए आते हैं कि वे यीशु मसीह में विश्वास करते हैं। लोग मानते हैं कि प्रभु यीशु हर दुख-दर्द को स्वीकार करते हैं और हर पीड़ा को दूर करते हैं। बहुत से लोगों का विश्वास है और उनके कष्ट दूर भी हुए हैं। वे हमारे ईश्वर हैं।  

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