Ahmedabad. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे राज्य में ऐसा वातावरण बनाएं जिससे पुलिस और प्रजा के बीच विश्वास का सेतु और सुदृढ़ हो। प्रजा का पुलिस पर भरोसा और मजबूत हो। प्रजा के साथ सुदृढ़ संपर्क, पुलिस पर विश्वास ही क्राइम कंट्रोल के लिए हमारी आईबी है। वे मंगलवार को गांधीनगर में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय क्राइम कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में जो शांति एवं सुरक्षा है, उसके परिणामस्वरूप ही हमने विकास के रोल मॉडल राज्य के रूप में गौरव प्राप्त किया है। शांति एवं सुरक्षा की स्थिति के कारण ही वैश्विक कंपनियां व्यापार-उद्योग के लिए गुजरात का चयन करती हैं। इसका श्रेय राज्य पुलिस की सतर्कता, कर्तव्यनिष्ठा तथा कर्तव्य भावना को है।
उपमुख्यमंत्री सह गृहमंत्री हर्ष संघवी की मौजूदगी में शुरू हुई इस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी, एडीजी, सीपी, आईजी, रेंज आईजी और जिला पुलिस अधीक्षक भाग ले रहे हैं।
पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक का उपयोग जरूरी
सीएम ने कहा कि अपराध करने वाले अब टेक्नोलॉजी का उपयोग करने लगे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए पुलिस बेड़े में सतर्कता के साथ अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग आवश्यक हुआ है। गुजरात पुलिस इसमें भी सुसज्ज है। पुलिस बल में एआइ का उपयोग, कोस्टल सिक्योरिटी, साइबर क्राइम रोकने के श्रेष्ठ कार्य करने को लेकर भी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने जनहित की नीति, पुलिसिंग की व्यवस्थाओं को ग्रामीण स्तर तक समान रूप से पहुंचाने का भी निर्देश दिया।
नशे की लत के शिकार लोगों की काउंसिलिंग करे पुलिस
मुख्यमंत्री ने अपेक्षा व्यक्त की कि पुलिस ड्रग्स की लत के शिकार युवाओं को सजा के बजाय प्रेम से समझाकर काउंसिलिंग से सही रास्ते पर लाने की दिशा में भी कार्यरत रहे। बैठक में इस संबंध में फलदायी चिंतन-मंथन होगा।
जूनियर के बेहतर सुझाव, जिलों के बेहतर तरीकों को अपनाएं
उपमुख्यमंत्री सह गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि दो दिवसीय क्राइम कॉन्फ्रेंस के दौरान जूनियर आईपीएस अधिकारियों से लेकर सीनियर आईपीएस अधिकारियों सहित सभी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले नए विषयों और बेस्ट प्रैक्टिस को उदार मन से स्वीकार करें। इस आयोजन में सभी शहर, जिले के डीसीपी,एसपी का भी समावेश करने पर बल दिया गया, जिससे इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उनके आइडिया साझा हों। उनके द्वारा किए जा रहे टेक्नोलॉजी के उपयोग, अलग-अलग क्षेत्रों में नए प्रयासों का आपसी आदान-प्रदान हो।
सीमा, समुद्री सीमा की सुरक्षा पर भी मंथन
मुख्य सचिव एम. के. दास ने कहा कि बॉर्डर सिक्युरिटी,कोस्टल सिक्युरिटी, लॉ एंड ऑर्डर, क्राइम डिटेक्शन-प्रिवेंशन, इन्वेस्टिगेशन तथा ऑपरेशन सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर कॉन्फ्रेंस में चर्चा की जाएगी। डीजीपी विकास सहाय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सीआईडी क्राइम डीजीपी डॉ. के. एन. एल. राव, अहमदाबाद सीपी जी. एस. मलिक, पुलिस भर्ती बोर्ड अध्यक्ष डॉ. नीरजा गोटरू सहित डीजीपी, एडीजीपी, आईजीपी, डीआईजी तथा एसपी रैंक के आईपीएस अधिकारी उपस्थित रहे।


